कोरोना के नये वेरिएंट वैरिएंट से बचाव के लिए अस्पतालो को परखने के लिए हुआ माॅक ड्रिल


जौनपुर। कोरोना की चौथी लहर आने की संभावना है। ऐसे में शासन से लेकर प्रशासन तक अलर्ट मोड में है। कोविड से बचाव के लिए किए गए इंतजाम कैसे हैं इसको परखने के लिए जिले के विभिन्न अस्पतालों में मॉक ड्रिल किया गया। इस दौरान अधिकारियों ने निरीक्षण कर कमियों को दूर करने का निर्देश दिया। शासन से मिली चेकलिस्ट के अनुसार एक-एक बिंदु की पड़ताल की गई। महिला अस्पताल परिसर के एमसीएच विंग में बने कोविड एल-टू सेंटर का निरीक्षण जेडी स्वास्थ्य एमपी सिंह व सीएमओ ने किया।
सुबह करीब 11 बजे पहले से की गई तैयारी के अनुसार स्वास्थ्य कर्मी पीपीई कीट पहनकर अस्पताल में तैयार थे। इसी बीच डेमो के रूप में एक मरीज को लाया गया, उसका कैसे इलाज करना है इसका मॉकड्रील हुआ। हालांकि मॉक ड्रिल पर कम निरीक्षण पर ज्यादा फोकस रहा। सीएमओ डॉ. लक्ष्मी सिंह ने बताया कि कोविड से बचाव के लिए की गई तैयारी पूरी है। दवा, बेड, आक्सीजन की व्यवस्था, चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मचारियों के तैनाती की जानकारी जेडी ने लिया। इस दौरान कुछ सूक्ष्म कमियां नजर आईं। इन कमियों को जल्द दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। डीएसओ डॉ. सन्तोष कुमार जायसवाल ने बताया कि चयनित सीएचसी पर नोडल अधिकारि नियुक्ति हैं। मॉकड्रील के दौरान मरीजों के लिए आरक्षित बेड, वार्ड और ऑक्सीजन की उपलब्धता, बच्चों के पीकू वार्ड, पीडियाट्रिक वार्ड का निरीक्षण किया गया।
कोरोना से बचाव के लिए क्या है तैयारी
नए वैरियंट को देखते हुए कोविड मरीजों के लिए कुल 415 बेड आरक्षित किए गए हैं। एल-1 प्लस स्तर के चार स्वास्थ्य केंद्रों पर बच्चों के 12-12 बेड की सुविधा है। इस तरह से एल-1 प्लस अस्पतालों में बच्चों के लिए 48 बेड हैं। निजी अस्पतालों में भी 61 बेड बच्चों के लिए आरक्षित हैं। जिला अस्पताल के एमसीएच विंग में 40 बेड बच्चों के लिए बने हैं।

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