डिप्टी सीएम का एक्शन एक सीएमएस सहित दो चिकित्सको को किया निलंबित

उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार तथा कार्य में शिथिलता व लापरवाही के मामले योगी आदित्यनाथ सरकार का एक्शन जारी है। चिकित्सा एवं स्वास्थ विभाग में लापरवाही के मामले में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का एक्शन भी बेहद सख्त है।
ब्रजेश पाठक ने सोमवार को एक मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (चीफ मेडिकल सुपरिटेंडेंट) के साथ ही दो चिकित्सकों को भी निलंबित किया है। इनके खिलाफ प्रशासनिक कार्यों में लापरवाही व पर्यवेक्षणीय दायित्वों में शिथिलता के मामले सामने आए हैं।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि लापरवाही व पर्यवेक्षणीय दायित्वों में शिथिलता के मामले में द्वारा जिला चिकित्सालय, कानपुर देहात के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजेंद्र प्रसाद गुप्ता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर परिवार कल्याण निदेशालय में संबद्ध कर दिया गया है। आइसीयू संचालन के डेढ़ माह बाद भी एक मरीज भर्ती न होने, मरीजों को रेफर करने व इमरजेंसी में दलालों की दखल होने समेत कई चीजों को वह संभाल न सके। इसके चलते ही उन पर कार्रवाई की गई है।
सीएमएस डा. राजेंद्र प्रसाद गुप्ता को करीब पांच माह पहले यहां का चार्ज मिला था। कुछ दिन ड्यूटी के बाद वह अवकाश पर चले गए थे और करीब डेढ़ माह बाद लौटकर आए थे। इस दौरान जिला अस्पताल में डाक्टर हो चाहे कर्मी सभी अपनी मनमानी जारी रखे थे। वह उन पर नियंत्रण नहीं कर पा रहे थे। डेढ़ माह पहले आइसीयू का संचालन किया गया था लेकिन एक भी मरीज भर्ती नहीं हुआ था। वहीं यह हाल तब था जब इमरजेंसी से मरीज कानपुर रेफर हो रहे थे साथ ही यहां से नर्सिंग होम भी जा रहे थे। कई बार जिला प्रशासन ने औचक निरीक्षण किया तो व्यवस्था सही नहीं मिली। उनको निलंबित कर लखनऊ स्वास्थ्य निदेशालय से संबद्ध किया गया है।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने भदोही के ज्ञानपुर में महाराजा चेत सिंह जिला चिकित्सालय में इलाज के अभाव में हुयी एक महिला के मृत्यु से संबंधित उत्तरदायी दो चिकित्सकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया है। इस दोनों चिकित्सकों को महिला का इलाज में लापरवाह माना गया था। इसके साथ ही फर्रुखाबाद के क़ायमगंज तहसील अंतर्गत सरकारी अस्पताल में अव्यवस्थाओं संबंधी सोशल मीडिया पर वायरल खबर का संज्ञान लेते हुए सीएमओ फर्रुखाबाद तीन दिन के अंदर रिपोर्ट उपलब्ध कराये जाने के आदेश दिये हैं। 

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