पूर्व मुख्यमंत्री सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की चिता को बेटे अखिलेश ने दी मुखाग्नि


पूर्व रक्षामंत्री एवं यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का मंगलवार को 03 बजे अंतिम संस्कार कर दिया गया। इटावा के सैफई मेला ग्राउंड में बने पंडाल में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार हुआ। उनके बेटे और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्हें मुखाग्नि दी। धरती पुत्र मुलायम सिंह यादव ने ही समाजवादी पार्टी की नींव रखी थी। लोग उन्हें प्यार और सम्मान से नेताजी बुलाते थे।
मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई बड़े राजनेता और गणमान्य लोग उपस्थित रहे। अपने लोक प्रिय नेता को अंतिम विदाई देने के लिए सैफई के मेला ग्राउंड में लोगों की भारी भीड़ एकत्र रही। पार्टी समर्थकों और मुलायम सिंह को चाहने वाले लोगों के चेहरे पर उनसे बिछड़ने का गम साफ महसूस किया जा सकता था।
मालूम हो कि, गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में सोमवार सुबह मुलायम सिंह यादव ने अंतिम सांस ली थी। उनकी मौत की सूचना मिलते ही अस्पताल में समर्थकों और परिजन की भारी भीड़ जुट गई ती। गुरुग्राम से रोड मार्ग के जरिए मुलायम सिंह यादव की पार्थिव देह को इटावा के सैफई लाया गया। इस दौरान सैकड़ों गाड़ियों का काफिला मुलायम सिंह की पार्थिव देह ले जा रही एंबुलेंस के साथ चलता रहा। सैफई के मेला ग्राउंड में उनके पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भले ही सैफई में मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके, लेकिन उनकी तरफ से नेताजी की पार्थिव देह पर पुष्पचक्र समर्पित किया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सैफई के मेला ग्राउंड में मुलायम सिंह यादव की पार्थिव देह का अंतिम दर्शन किया। उनकी तरफ से पुष्पचक्र भी समर्पित किया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ की तरफ से भी सेना के जवानों ने पूर्व रक्षा मंत्री की पार्थिव देह पर पुष्पचक्र चढ़ाया।
नेताजी के अंतिम दर्शन के लिए समाजवादी पार्टी के नेता मनोज कुमार पांडेय, रामगोविंद चौधरी, अम्बिका चौधरी तथा ओम प्रकाश सिंह भी पहुंचे। राष्ट्रीय लोकदल से राज्यसभा के सदस्य जयंत चौधरी तथा उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने भी उनका अंतिम दर्शन किया। किसान नेता राकेश टिकैत तथा योग गुरु बाबा रामदेव ने भी मुलायम सिंह यादव को नमन किया।केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक ने किया अंतिम दर्शन, अखिलेश को बंधाया ढांढस
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के साथ ही कैबिनेट मंत्री डा. संजय निषाद ने सैफई मेला मैदान में बने अंत्येष्टि स्थल पर समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की पार्थिव देह का अंतिम दर्शन किया। 
इस अवसर पर आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह भी उनके साथ थे।आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तेलुगु देशम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू मंगलवार को दोपहर में इटावा के सैफई पहुंचे। उन्होंने पंडाल में जाकर समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का अंतिम दर्शन किया। इस दौरान वह काफी भावुक हो गए। लोकसभा में मुलायम सिंह यादव के संबोधन से नायडू काफी प्रभावित रहते थे।
सैफई में आज मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार से पहले उनके दर्शन के लिए लोग को उमड़ रहे हैं। परिवार के सभी लोगों ने नम आंखों से नेताजी को विदाई दी। मेला ग्राउंड में उनके दर्शन के लिए दिग्गजों और समर्थको का जमावड़ा है। सैफई में आज दोपहर तीन बजे नेताजी के अंतिम संस्कार को लेकर सैफई में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की पार्थिव देह को उनके आवास से रथ पर सैफई महोत्सव पंडाल ले जाया गया। इस दौरान सड़क के दोनों ओर लोगों ने 'जब तक सूरज चांद रहेगा नेताजी का नाम रहेगा' के नारे लगाए। भारी भीड़ के बीच गगनभेदी नारों के बीच रथ यात्रा सैफई पंडाल पहुंची। यहां पर महोत्सव मंच पर उनके पार्थिव शरीर को रखा गया। रथ पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव, शिवपाल यादव, पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव भी साथ में थे।
मेला ग्राउंड के पास ही मुलायम सिंह यादव उनकी समाधि का भी निर्माण होगा। अंतिम संस्कार के दौरान देश के कई दिग्गजों के आने के कारण सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं।
कोठी में उनके अंतिम संस्कार की तैयारी के प्रारंभ में नेताजी के बड़े पुत्र अखिलेश यादव ने उनके मुंह में गंगा जल डाला। नेताजी के अंतिम यात्रा पर निकलने से पहले अखिलेश यादव ने उनको अपने हाथ से गंगा जल पिलाया। उनके साथ उनकी पत्नी पूर्व सांसद डिंपल यादव ने भी नेताजी के मुंह में गंगा जल डाला।
मुलायम सिंह यादव के अंतिम दर्शन के लिए इटावा के सैफई पहुंचे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर काफी भावुक हो गए। उन्होंने नेताजी को अपना संरक्षक भी बताया। इस दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज ने भी नेताजी को सच्चा समाजवादी बताया।

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