नाबालिग से सामुहिक दुष्कर्म कर अपराधियों निर्वस्त्र सड़क पर घूमने को छोड़ा,मामला पुलिस के पास जानें क्या है पूरी कहांनी
प्रदेश की सरकार महिला अपराध को लेकर जीरो टालरेंस की बात करते हुए उनके सुरक्षा का दावा करती नहीं थक रही है सच्चाई ठीक उसके विपरीत नजर आ रही है।लगभग प्रतिदिन किसी न किसी अबला अथवा महिला की अस्मिता तार तार हो रही है। हां सरकार अपनी पीठ खुद ही थपथपा रही है। ताजा मामला मुरादाबाद जनपद का है।विगत 21 दिन पूर्व के सामूहिक दुष्कर्म मामले में किशोरी का निर्वस्त्र सड़क पर घूमने का वीडियो वायरल हुआ है। इससे पुलिस की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान लग गया है। पुलिस इस मामले में नामजद पांच आरोपितों में एक को ही गिरफ्तार कर सकी है। इधर, पुलिस का कहना है कि किशोरी के स्वजन घटना से इन्कार कर चुके हैं।
किशोरी के फूफा ने एक सितंबर, 2022 को दर्ज रिपोर्ट में कहा था कि भोजपुर के इस्लाम नगर रंपपुरा में छड़ी का मेला लगा था। मेला देखने गई मानसिक रोगी किशोरी भी शाम को मेला देखने जा रही थी। रास्ते में दो बाइक पर सवार इस्लामनगर निवासी नितिन, कपिल, अजय, नौशे अली व इमरान ने उसका पीछा किया और किशोरी को जबरन बाइक पर बैठाकर सैदपुर खद्दर के जंगल में ले गए। उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
किशोरी की चीख पुकार सुनकर खेत पर काम कर रहे किसान रईस के आने पर आरोपित भाग गए। इसके बाद किशोरी निर्वस्त्र हालत में घर पहुंची। वहां उसने घटना की जानकारी दी। पीड़िता के फूफा के अनुसार जब उन्होंने आरोपितों के घर जाकर घटना का विरोध किया तो कहा गया कि मामला पंचायत में निपटा लिया जाएगा। पंचायत नहीं कराने पर आरोपितों ने जान से मारने की धमकी दी।
पुलिस ने इस मामले में नौशे अली को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अन्य चार आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर सकी। वीडियो वायरल होने के बाद 21 सितम्बर 22 को पुलिस और प्रशासन की टीम संयुक्त रूप से जांच करने के लिए पहुंची। उन्होंने पीड़िता के पिता के साथ ही गांव के अन्य लोगों के बयान दर्ज किए गए।
पीड़िता के पिता का आरोप है कि बहनोई कुछ दिन पूर्व बेटी का इलाज हकीम से कराने के बहाने से मुरादाबाद ले गए थे। इसके बाद उसे एसएसपी के सामने पेश कर दिया था। उन्होंने मुझे और मेरी पत्नी को मंदबुद्धि बता दिया। मैंने कोर्ट में पेश होकर सच को बताया है।
वहीं पुलिस ग्रामीणों का हवाला देते हुए कह रही है कि गवाह रईस व आरोपित नौशे अली के बीच जमीन के बंटवारे को लेकर विवाद है। दुष्कर्म का आरोप निराधार बताये जा रहे है। रईस की सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान का लाइसेंस आरोपित नौशे अली ने प्रधान से मिलकर रद करा दिया था। इसी का बदला लेने के लिए पीड़िता के फूफा के साथ मिलकर यह साजिश रची है।
सवाल यह है कि आखिर किशोरी निर्वस्त्र होकर सड़क पर क्यों जा रही है? उसका वीडियो किसने बनाया?
यदि मामला झूठा है तो पुलिस ने एक ही आरोपित को क्यों गिरफ्तार किया?
पिता पीड़िता को एसएसपी के सामने किशोरी को पेश करने की बात कह रहे हैं, वहां तो किशोरी ने आपबीती बताई होगी?
एक महिला पत्रकार ने 20 सितंबर को मुरादाबाद पुलिस के ट्विटर अकाउंट पर किशोरी का वीडियो टैग करते हुए लिखा कि वो चीखती रही, चिल्लाती रही पर नौशे, इमरान व अन्य ने गैंगरेप कर, नाबालिग बच्ची को नग्न अवस्था में सड़क पर दौड़ने को किया मजबूर। अब बाहुबली आरोपित परिवार को मैनेज करने पर लगे। वीडियो में निर्वस्त्र किशोरी सड़क पर जाती दिखाई दे रही है। लोग उसके आसपास से गुजर रहे हैं पर, कोई मदद के लिए आगे नहीं आया। एसएसपी हेमंत कुटियाल का कहना है कि पीड़िता के स्वजन की तहरीर के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। घटना की जांच की जा रही है। पीड़िता के स्वजन ने पुलिस और कोर्ट के सामने दिए बयान में घटना से इन्कार किया है। तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
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