छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष सहित पांच लोंगो पर बम से हमला, पुलिस छानबीन में जुटी
संगम में बड़े हनुमान मंदिर के पास सोमवार रात हुई बमबाजी में तीन छात्रों समेत पांच लोग जख्मी हो गए। छात्रों के दो गुटों के बीच चल रहे विवाद में घटना को अंजाम दिया गया। सूचना पर कई थानों की फोर्स लेकर एसएसपी समेत तमाम अफसर मौके पर पहुंचे और घायलों को अस्पताल भिजवाया। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि चार नामजद व छह अज्ञात पर केस दर्ज किया गया है।
बड़े हनुमान मंदिर के पास सोमवार रात आठ बजे के करीब नाविक संघ का कार्यालय है। यहां कुछ छात्र जन्मदिन मनाने के लिए जुटे थे। जहां इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ का पूर्व उपाध्यक्ष निर्भय द्विवेदी भी था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, तभी वहां चार बाइकों पर सवार होकर कुछ युवक पहुंचे और गालीगलौज करते हुए बमबाजी शुरू कर दी।
उन्होंने एक के बाद एक कई बम फेंके। जिसमें छर्रे लगने से सार्थक, ईशान उर्फ रितिक निवासी दारागंज और पास ही सो रहे भीख मांगने वाले ओमप्रकाश, मनीलाल व लल्ले जख्मी हो गए। इनमें ईशान के मुंह जबकि अन्य केपैरों में छर्रे लगे थे। इसके बाद हमलावर भाग निकले। इससे वहां अफरातफरी फैल गई।
सूचना पर एसएसपी शैलेष पांडेय, एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह कई थानों की फोर्स लेकर मौके पर पहुंच गए। इसके बाद घायलों को एसआरएन भेजा गया। मामले में निर्भय ने तहरीर देकर चार नामजद व छह अज्ञात पर रिपोर्ट दर्ज कराई। आरोप लगाया कि पिस्टल-बम से लैस नकाबपोश बदमाशों के हमले में वह अपने साथियों समेत जख्मी हो गया। मौके से भागते वक्त एक व्यक्ति पकड़ा गया जिससे पूछताछ में पता चला कि हमलावरों में विशाल सिंह चंदेल, आशुतोष ठाकुर, कार्तिक, शास्वत व अन्य थे जो निर्भय को मारने आए थे।
पुलिस की जांच पड़ताल में यह बात सामने आई है कि घटना छात्रों के दो गुटों के बीच हुए विवाद में अंजाम दी गई। इसी के चलते पूर्व में बिशप जॉनसन स्कूल के गेट पर भी बमबाजी की जा चुकी है। एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह का कहना है कि आरोपियों व घायल छात्रों में कई नाबालिग हैं। जो इंटर में पढ़ते हैं। सभी पहले साथी थे जिनमें किसी बात को लेकर विवाद होने पर अलगाव हो गया। कुछ अपराधिक तत्वों का भी नाम सामने आया है जो इन्हें भड़काकर इस तरह की घटनाएं करा रहे हैं। सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
संगम में जिस जगह पर यह घटना हुई उसके आसपास रोजाना संदिग्धों का जमघट लगता है। शाम होते ही यहां जमावड़ा शुरू हो जाता है जिनमें कई नशेड़ी भी शामिल होते हैं। स्थानीय पुलिस की लापरवाही के चलते ही वह बेरोकटोकर होकर यहां घूमते रहते हैं। यह हाल तब है जब 200 मीटर से भी कम दूरी पर संगम पुलिस चौकी स्थित है।
Comments
Post a Comment