आखिर दीवानी न्यायालय परिसर में अधिवक्ताओ ने दरोगा को क्यों पीटा,जानें कारण


जौनपुर। दीवानी न्यायालय परिसर में पुलिस विभाग के एक दरोगा के पिटाई का मामला आज जनपद में खासा चर्चा का बिषय है। हलांकि इस घटना को लेकर पुलिस और अधिवक्ता समाज आमने सामने होता दिखायी दे रहा है।दोंनो में तनाव पूर्ण स्थिति बतायी जा रही है। घटना के बाद देखते देखते दीवानी न्यायालय छावनी में तब्दील नजर आया था लेकिन विवाद को रोकने का प्रयास सार्थक रहा है। 
खबर है कि विगत दो तीन दिवस पूर्व थाना लाइन बाजार की अधीनस्थ कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित चौकी मीयांपुर के प्रभारी द्वारा किसी मोटरसाइकिल सवार को पीटा जा रहा था। वहां पर दीवानी न्यायालय का एक अधिवक्ता रवी मौर्य खड़े थे दरोगा को उनका खड़ा होना नागवार गुजरा दरोगा जी अधिवक्ता को पकड़ कर चौकी पर ले गये वहां पर मारने पीटने के बाद बेइज्जत भी किये। अधिवक्ता बताता रहा कि हम दीवानी न्यायालय में वकील है फिर भी पुलिसिया कहर ढाहाया गया।
इस घटना की खबर पिटे अधिवक्ता ने दीवानी न्यायालय के अधिवक्ताओ को बताया था। दरोगा की कारगुजारी से अधिवक्ता गुस्से में थे अधिवक्ता के पिटाई का मामला ताजा था। चौकी प्रभारी मीयांपुर आज दिन में साढ़े बारह बजे के आसपास किसी सरकारी काम से दीवानी न्यायालय गये तो पिटा अधिवक्ता ने अपने साथियों को खबर दिया। अधिवक्ताओ का हुजूम बिना कुछ विचार किये दरोगा पर हमलावर हो गया और दैहिक समीक्षा की वरसात शुरू कर दिए। दरोगा जान बचाकर किसी तरह सीजेएम की न्यायालय में भागे तो अधिवक्ताओ का हुजूम दरवाजे पर नारेबाजी करने लगा। घटना की खबर वायरल होते ही सीओ सिटी और थाना प्रभारी लाइन बाजार बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ दरोगा की सुरक्षा हेतु दीवानी न्यायालय पहुंच गये। किसी तरह से सीजेएम के सहयोग से पिटे दरोगा को निकाल कर दीवानी न्यायालय परिसर के बाहर आये। 
यहां यह भी बता दे कि घटना की खबर वायरल होने के बाद आसपास थानो की पुलिस और थानेदार सहित बड़ी तादाद में दीवानी न्यायालय परिसर को घेर लिए थे देखते देखते दीवानी न्यायालय छावनी में तब्दील हो गयी थी। अधिवक्ताओ का कथन है पुलिस का इन्तजार है अगर पुलिस की ओर से कार्यवाई होती है तो अधिवक्ता भी विधिक कार्यवाई के लिए बाध्य हो जायेगा।

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