बीएचयू की नयी स्कीम,पहले पढ़ो फिर नौकरी पाओ फिर जमा करों लोन की राशि


वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय  ने बीते दिनों विदेशी छात्रों के लिए फेलोशिप प्रोग्राम के तहत छह हजार रुपये प्रति माह देने का ऐलान किया, लेकिन ऐसा नहीं है कि बीएचयू केवल विदेशी छात्रों पर ही मेहरबान है। स्थानीय छात्रों के लिए भी बीएचयू संवेदनशील है। पूर्वांचल और बिहार से बड़ी संख्या में गरीब तबके के छात्रों के लिए विश्वविद्यालय ने एक लोन कि स्कीम लांच की है, जिसके तहत गरीब और मेधावी छात्रों को विश्वविद्यालय 60 हज़ार रुपये का लोन अलग-अलग किस्तों के रूप में देगा। सबसे बड़ी बात ये है कि लोन किसी भी तरह के इंटरेस्ट के बगैर होगा। साथ ही इसके लिए किसी भी गारंटर की जरूरत नहीं होगी। इतना ही नहीं छात्र को ये लोन तब वापस करना है, जब छात्र अपनी पढ़ाई पूरी करके नौकरी करने लगे।
बीएचयू के डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि इस बार से विश्वविद्यालय ने बीएचयू परिसर में पढ़ने वाले गरीब और मेधावी छात्रों के लिए एक स्कीम शुरू की है। इस स्कीम के तहत छात्र को हर वर्ष 12 हज़ार रुपये लोन के तौर पर दिया जाएगा। मसलन अगर कोई छात्र स्नातक के पहले साल में इस सुविधा का लाभ लेता है तो उसे यह पोस्ट ग्रेजुएशन तक पूरे 5 साल 60 हज़ार रुपये दिए जाएंगे। ये लोन पूरी तरह से इंटरेस्ट फ्री होगा। इस लोन की वापसी के लिए बस छात्र के साथ एक अग्रीमेंट होगा कि पढ़ाई पूरी होने के बाद जब उसकी नौकरी लगेगी तो वो इस लोन को किस्तों में वापस कर देगा। ये लोन लेने के लिए छात्र को कोई गारंटर नही देना है।
प्रो. कौशलेंद्र बताते हैं कि इस योजना का लाभ लेने के लिए छात्र को अपने संकाय के दो अध्यापकों की तरफ से बस संस्तुति करानी होगी। इस लोन के बदले संस्तुति करने वाले या छात्र के माता-पिता को किसी भी प्रकार से लोन वापसी का जिम्मेदार या गारंटर के तौर पर नहीं माना जाएगा। इस लोन से गरीब छात्रों के पूरे छात्र जीवन का एग्जामिनेशन फीस, ट्यूशन फीस रिकवर हो जाएगा और पूरी पढ़ाई लगभग मुफ्त हो जाएगी।
प्रो. कौशलेंद्र ने एनबीटी ऑनलाइन को बताया कि इस वर्ष यह स्कीम शुरू की जा रही है। इस वर्ष का लक्ष्य 1000 छात्रों को इस योजना का लाभ देने का तय किया गया है और इसके लिए एक करोड़ बीस लाख रुपये का फंड भी स्वीकृत किया जा चुका है। इस योजना का लाभ लेने के लिए छात्रों को बस अपने विभाग के संकाय प्रमुख से संपर्क करना होगा

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