शिक्षक द्वारा प्रधानाध्यापक की पिटाई का मामला पकड़ा तूल,आरोपी पर कार्यवाई न होने पर आन्दोलन की चेतावनी


जौनपुर। जनपद के विकास खण्ड बरसठी स्थित मानिकपुर प्राइमरी विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक की पिटाई करने वाले सहायक अध्यापक के विरुद्ध पुलिस ने मारपीट व जान से मारने की धमकी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामला दर्ज होते ही शिक्षकों में हलचल बढ़ गयी है। शिक्षक नेताओं ने मामले में समझौता कराने की कोशिश की लेकिन प्रधानाध्यापक की जिद के आगे असफल रहे। प्रधानाध्यापक ने मामले में अपने साथ न्याय न मिलने पर आत्महत्या करने की बात कह डाली थी।
शनिवार को मानिकपुर गांव के प्राथमिक विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक अखिलेश कुमार जायसवाल को उसी विद्यालय के सहायक अध्यापक शिवशंकर यादव ने जमकर पीट दिया था। प्रधानाध्यापक का कसूर सिर्फ इतना था कि वह सहायक अध्यापक शिवशंकर यादव से बिना अनुमति विद्यालय में आकर उपस्थित पंजिका पर हस्ताक्षर करने के बारे में पूछते हुए खण्ड शिक्षा अधिकारी से बात करा दिया। बता दे कि सहायक अध्यापक शिव शंकर यादव की ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में कटवार स्थित सुभाष इंटर कॉलेज में लगी है। वह परीक्षा ड्यूटी में न जाकर बिना किसी अनुमति के पौने दस बजे सीधे विद्यालय पहुँच कर उपस्थित पंजिका पर हस्ताक्षर कर दिए। प्रधानाध्यापक ने उनसे बिना अनुमति के उपस्थित पंजिका पर हस्ताक्षर करने का कारण पूंछा और खण्ड शिक्षा अधिकारी को मामले से अवगत कराते हुए उनकी मोबाइल फोन से बात करा दिया। बस शिक्षक का गुस्सा सातवें आसमान पर हो गया और उन्होंने बच्चों के सामने ही प्रधानाध्यापक की जमकर लात घूसों से पिटाई कर दी। जब मामला तूल पकड़ने लगा तो पुलिस ने प्रधानाध्यापक की तहरीर पर मुअसं 48 /22 से सहायक अध्यापक के विरुद्ध धारा 323 व 506 का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दिया है।
हलांकि कुछ लोंगो ने इस घटना को लेकर सुलह समझौते की खबर भी वायरल कराया जो सच से कोसो दूर है। इस मुद्दे पर शिक्षक नेता संजय सिंह यूटा से बात करने पर बताया कि इस घटना को लेकर कुछ लोग राजनीति कर रहे है लेकिन हमारा लक्ष्य है कि पीड़ित को न्याय मिले और अकारण मारपीट करने वाले शिक्षक को उसके अपराध के तहत दण्डित किया जाना चाहिए। संजय सिंह ने यह भी कहा कि घटना को लेकर बीएसए को बता दिया गया है अगर 24 घन्टे के अन्दर विभाग कोई एक्शन नहीं लेगा और गिरफ्तारी नहीं हुई तो शिक्षक आन्दोलन के लिए मजबूर हो सकते है। 

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