सवाल एमएलसी के चुनाव में क्या भाजपा बाहुबलियों और उनके समर्थको के लिए मैदान छोड़ रही है ?


उत्तर प्रदेश में एमएलसी चुनाव के नामांकन की तिथि एक दिन शेष बची है यानी 21 मार्च को आखिरी दिन है। भाजपा ने अभी तक 30 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया है। लेकिन वाराणसी, जौनपुर और मिर्जापुर सीट से भाजपा ने अब तक प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है। इसे लेकर अब सियासी चर्चाएं तेज हो रही हैं कि क्या भाजपा ने राजपूत बाहुबलियों अथवा उनके करीबियों के लिए मैदान छोड़ने का फैसला कर रखा है। इस स्थिति को लेकर खुद को प्रत्याशी घोषित होने की आस लगाए बैठे भाजपा नेताओं का कहना है कि अभी भी समय बहुत बचा है। पार्टी जैसा निर्देश देगी वैसा किया जाएगा।
सूत्र की माने तो वाराणसी से बाहुबली एमएलसी बृजेश सिंह लगातार दूसरी बार निर्दल प्रत्याशी के तौर पर किस्मत आजमा रहे हैं। वाराणसी की सेंट्रल जेल में लंबे अरसे से बंद बृजेश सिंह वर्ष 2016 में एमएलसी का चुनाव लड़े थे उस समय भी उन्हें बीजेपी का समर्थन मिला था। इस बार भी वाराणसी स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा ने अब तक प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। चर्चा है कि भाजपा ने अपने विधायक सुशील सिंह के चाचा बृजेश सिंह के लिए इस बार भी मैदान खाली छोड़ दिया है। हालांकि यहां पर बृजेश सिंह की पत्नी पूर्व एमएलसी अन्नपूर्णा ने भी नामांकन दाखिल किया है।
जनपद जौनपुर की बात करें तो यहां से स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन क्षेत्र से वर्तमान समय में बृजेश कुमार सिंह उर्फ प्रिंसू एमएलसी हैं। प्रिंसू को पूर्व सांसद बाहुबली नेता धनंजय सिंह का करीबी (दाहिनाहाथ)बताया जाता है। प्रिंसू ने निर्दल प्रत्याशी के तौर पर इस बार नामांकन पत्र भरा है। भाजपा ने जौनपुर स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन क्षेत्र से भी अब तक प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। इसे लेकर जौनपुर जिले के राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गयी हैं कि धनंजय सिंह खुद के लिए भाजपा गठबंधन से भले ही विधानसभा का टिकट नहीं ले सके, लेकिन उन्होंने अपने करीबी प्रिंसू के लिए जुगाड़ कर दिया है। संभावना जताई जा रही है कि प्रिंसू भाजपा से नहीं तो उसके एक सहयोगी दल के प्रत्याशी हो सकते हैं। हलांकि भाजपा के कुछ वरिष्ठ राजनैतिक भी इसकी पुष्टी करने लगे है। 
मिर्जापुर की बात करें तो यहां पर स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन क्षेत्र से भी भाजपा ने अपना प्रत्याशी अब तक घोषित नहीं किया है। यहां से पूर्व एमएलसी बाहुबली श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह जोर-शोर से चुनाव मैदान में है और बीजेपी में विनीत की एंट्री भाजपा में तो भले ही नहीं ले सकी है, लेकिन बीते साल जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में अपना दल (एस) के लिए किए गए उनके प्रयासों को सभी ने देखा है। इसे लेकर चर्चाएं खास हैं कि आखिरी समय में बात बन गई तो विनीत सिंह भाजपा गठबंधन के  दल  के प्रत्याशी हो सकते हैं। जो भी हो राजनैतिक समीक्षक मानने लगे है कि भाजपा इन बाहुबलियों को एमएलसी के इस चुनाव में पर्दे के पीछे से समर्थन करने का सम्भवत: मन बना लिया है।

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