पत्रकारो पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज, अब पत्रकार आन्दोलन की राह पर
यूपी के कन्नौज जिले में कूड़ा जलाने को लेकर एक गरीब को रेलवे पुलिस ने प्रताड़ित किया। इस बात को लेकर जब एक पत्रकार ने आवाज उठाई, तो रेलवे विभाग झल्ला गया और पत्रकारों की आवाज को दबाने में लग गया। इस दौरान जब मीडिया जीआरपी पुलिस की हकीकत काे कैमरे में कैद करने लगी तो रेलवे पुलिस कर्मियों ने मीडिया को ही निशाना बनाते हुए पत्रकारों पर हमला बोल दिया। जब तक पत्रकार कुछ समझ पाते पुलिसकर्मियों ने पत्रकारों पर लाठी चार्ज कर दिया। इस मामलेे का पूरा वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। पत्रकार संगठनों से इस मामले में न्याय की गुहार लगाई मामला कन्नौज रेलवे स्टेशन का है, जहाँ स्टेशन के बाहर एक गरीब दुकानदार कूड़े को जला रहा था। इसी बात को लेकर जीआरपी थाना प्रभारी ओपी मीणा दुकानदार को प्रताड़ित करने लगे, जिसकी सूचना एक पत्रकार को हुई और वह भी मौके पर पहुंच गये। दोनों के बीच में नोकझाेंक होने लगी। मामला बढ़ता देख पत्रकार ने अपने साथियों को भी इस बात की सूचना दे दी। जिसके बाद रेलवे स्टेशन पर पहुंचे पत्रकारों के साथ आरपीएफ और जीआरपी पुलिस के जवान ने पत्रकारो से अभद्रता करना शुरू कर दिया। जब पत्रकारों ने इसका विरोध किया तो रेलवे पुलिस ने पत्रकारों पर लाठी चार्ज कर दिया। जिसके बाद पत्रकारों ने एकजुट होकर पत्रकार संगठनों से इस मामले में न्याय की गुहार लगाई है।
नशे में धुत पुलिसकर्मी हुए पत्रकारों पर उग्र, किया लाठी चार्ज पीड़ित पत्रकारों की मानें, तो नशे में धुत लगभग सारे पुलिस कर्मी, चाय की दुकान पर युवक से वसूली के चक्कर मे जमकर उसको पीट रहे थे। जिसको कवरेज करने गये पत्रकार को आरपीएफ कर्मी ने पत्रकारो से भी अभद्रता की। सिपाही,पत्रकारो द्वारा आरपीएफ कार्यालय में शिकायत करने पर आरपीएफ और जीआरपी स्टाफ उग्र हो गया। उन्होंने पत्रकार का कैमरा लिया और उनके साथ मारपीट की। घटना पत्रकारो के कैमरों में कैद हो गई है।
घायल हुए कई पत्रकार इस घटना में कई पत्रकारों के गम्भीर चोटें भी आई है। घायल पत्रकार कुलदीप दीक्षित ने बताया कि वह कवरेज करने गये थे। अचानक रेलवे पुलिस के जवान हमलावर हो गये जबतक वह कुछ समझ पाते उनपर लाठियां बरसाने लगे, जिसमें वह घायल हो गये। उनके साथ अन्य कई और इस घटना से पत्रकारों में रोष रेलवे पुलिस बल के जवानों द्वारा की गयी इस घटना की हर कोई निंदा कर रहा है। जिससे पत्रकारों में रोष व्याप्त है। कई पत्रकार संगठन इस घटना की निंदा कर रहे है। पत्रकार संगठनों का कहना है कि जब तक दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नही की जायेगी तब तक वह चैन से बैठने वाले नही है। जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाये।
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