पश्चिमी विक्षोभ ने बढ़ाई ठंड, बूंदाबांदी से कांपा पूर्वांचल, घरों में दुबकने को हुए लोग मजबूर
जौनपुर। जैसा कि अनुमान था, जम्मू-कश्मीर के रास्ते चला पश्चिमी विक्षोभ गुरुवार की दोपहर बाद यहां आ पहुंचा। उसके पहुंचते ही पूर्वी उत्तर प्रदेश में बूंदाबांदी ने पूरे मौसम का मिजाज खराब कर दिया। सड़कों पर कीच के साथ ही जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। इस विक्षोभ के चलते बूंदाबांदी की बारिश तो 0.4 मिमी ही हुई लेकिन आसमान में बादलों की सघन मौजूदगी से ठंड बढ़ा दिया। शुक्रवार को आसमान में बादल छाए है बूंदाबांदी जारी है। धुंध और गलन के कारण ठंड ज्यादा है। उम्मीद है दो दिनों या उसके पूर्व शनिवार 8 जनवरी तक ही वह पूर्वी उत्तर प्रदेश पहु़ंच जाएगा। उसके चलते तेज बारिश होगी और यह कई दिनों तक वर्षा करा सकता है।
गुरुवार की सुबह धुंध और कोहरे में लिपटी रही। हाल यह कि दृश्यता महज 600 मीटर रही जो बाद में दिन चढ़ने के साथ बढ़कर 1000 मीटर तक पहुंच सकी। इसके साथ ही 13-14 किमी प्रति घंटा की गति से चल रही बर्फीली हवाओं ने तीव्र गलन के साथ लोगाें का हाड़ कंपा दिया। काफी देर तक लोग अपने बिस्तरों में दुबके पड़े रहे या फिर अलाव से चिपके रहे। पूरे दिन छाए रहे कोहरे और बादलों के बीच से कुछ देर के लिए सूर्यदेव निकले भी तो उनकी उपस्थिति सर्द मौसम पर कुछ प्रभाव नहीं डाल सकी। सर्द हवाओं की गलन से सूरज की किरणें लरज गईं। दोपहर बाद शुरू हुई बूंदाबांदी और साथ चल रही तेज हवाओं ने सबको एक बार फिर दुबकने को विवश कर दिया। कुछ देर की हल्की बारिश के बाद हवा भी जब बंद हुई तो मौसम सुहाना हो चला था।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय ने बताया कि गुरुवार को पहुंचे विक्षोभ के चलते शुक्रवार को भी बदली रहेगी। हवाएं चलीं तो ठंड बढ़ जाएगी, अन्यथा तापमान लगभग स्थिर ही रहेगा, इसकी वजह से ठंड का एहसास कम होगा। उन्होंने बताया कि इस पश्चिमी विक्षोभ के ठीक पीछे एक और तीव्र क्षमता का पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है जो आज जम्मू-कश्मीर तक पहुंच गया है। उम्मीद है दो दिनों या उसके पूर्व शनिवार 8 जनवरी तक ही वह पूर्वी उत्तर प्रदेश में रहेगा । उसके चलते तेज बारिश होगी और यह कई दिनों तक वर्षा करा सकता है। बारिश का यह सिलसिला थमने के बाद जब हवा चलेंगी तो पूरा प्रदेश भयंकर शीतलहर के आगोश में समा जाएगा। इस मौसम में लोगों को अपने स्वास्थ्य का काफी ध्यान रखना होगा।
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