नौ फिट जमीन के लिए किराना व्यवसायी का पहले किया अपहरण, फिर मारा पीटा किया बेहोश, फिर जला दिया
इस घटना को लेकर विपक्ष है सरकार पर हमलावर कानून व्यवस्था पर खड़ा किया सवाल
जौनपुर। थाना सिकरारा क्षेत्र स्थित ग्राम खपरहा में दबंग बदमाशो द्वारा एक व्यक्ति को जिन्दा जला कर मार डालने की घटना ने पुलिस सहित प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था को सवालो के कटघरे में खड़ा कर दिया है। साथ ही जनपद के पुलिस की लापरवाही पूर्ण कार्यशील की पोल खोल कर रख दिया है। हलांकि इस घटना को लेकर अब विपक्षी दलों नेता और जनप्रतिनिधि गण प्रदेश सरकार पर हमलावर है कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे है।
मिली खबर के मुताबिक विगत माह 30 दिसम्बर 21की रात लगभग 8.30 बजे ग्राम भुआकला निवासी किराना व्यवसायी अखिलेश जायसवाल का अपहरण खपरहा बाजार से दबंग बदमाशो द्वारा भूमि विवाद को लेकर कर लिया गया और उसका पता पुलिस 04 जनवरी तक लगाने के बजाय गुमसुदगी का मुकदमा दर्ज कर जिम्मेदारी से मुक्त हो ली थी लेकिन अचानक 4/5 जनवरी की रात को एक मुठभेड़ के दौरान थाना क्षेत्र के समसपुर भुआकला निवासी दीपक सिंह और राजकुमार सिंह को गिरफ्तार किया इसके बाद पुलिस ने खुद अखिलेश जायसवाल के अपहरण और हत्या की घटना का खुलासा किया।
पुलिस ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि भूमि विवाद को लेकर अखिलेश जायसवाल का अपहरण दीपक सिंह और बृजेश सिंह द्वारा खपरहा बाजार से किया गया इसके बाद राजकुमार सिंह और अमन सिंह के साथ मिल कर अखिलेश जायसवाल को इतना मारा गया कि वह बेहोश हो गया। इसके बाद उसे लेकर क्षेत्र के स्थित हरीरामपुर घाट से होते हुए थाना बक्शा स्थित खुन्सापुर घाट गये वहीं पर खुन्सापुर निवासी रिशु सिंह उर्फ मनोज सिंह और एक अन्य के सहयोग से अखिलेश जायसवाल के शरीर पर पेट्रोल छिड़क कर आग के हवाले कर दिया लकड़ी डाल दिया था। पुलिस द्वारा गिरफ्तार बदमाश अमन सिंह की निशान देही पर मृतक अखिलेश का सुराग लगा स्वेटर और अधजली लाश के अवशेष और हड्डियां लकड़ियां आदि बरामद किया। पुलिस की बरामदगी और बतायी गई कहांनी ने लोगो के रोंगटे खड़ा कर दिया है। अखिलेश के मौत की खबर पर उसके घर कोहराम मच गया है।इस तरह पुलिस ने घटना का खुलासा करते गिरफ्तार अभियुक्तो को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया शेष की तलाश जारी है।
गिरफ्तार हत्यारा राजकुमार सिंह
खबर है कि खपरहा बाजार में मृतक अखिलेश की सड़क पर नौ फिट चौड़ी जमीन है पड़ोसी गांव भुआ खुर्द निवासी हुन्नुर सिंह ने कूटरचना करके अखिलेश के पिता से एक रजिस्ट्री करा लिया था अखिलेश के पिता की मौत भी हो गई फिर अखिलेश ने बैनामा मंसूखी का दावा कर दिया मुकदमा आज भी विचाराधीन है उधर हुन्नुर सिंह और उनका पुत्र दोनो की मौत के बाद समसपुर भुआकला निवासी हुन्नुर सिंह के साढ़ू राम अधार सिंह के लड़के बृजेश सिंह और राजकुमार सिंह जमीन पर दावा ठोकते हुए जमीन खाली करने के लिए अखिलेश पर दबाव डाल रहे थे जमीन न खाली करने पर हत्या की धमकी दिये थे। जिसकी शिकायत अखिलेश जायसवाल ने थाना सिकरारा सहित चौकी भीलमपुर पर किया था लेकिन पुलिस ने गम्भीरता से नहीं लिया जिसका परिणाम रहा कि दबंग बदमाशो ने अखिलेश जायसवाल को जिन्दा जला कर मार डाला है।
इस घटना को लेकर सासंद जौनपुर श्याम सिंह यादव ने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आज उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था इतनी जर्जर हो गयी है दबंग अपराधियों द्वारा व्यापारी का अपहरण करते हुए उसकी बुरी तरह पिटाई करते और बेहोश होने के बाद नदी के किनारे ले जा कर जिन्दा जला देते है ऐसा खुद योगी सरकार की पुलिस ही कहती है। दबंग व्यापारी की जमीन जबरिया लेना चाह रहे थे जमीन न मिलने पर जिन्दा जला कर मार देते है और सरकार है कि चुस्त कानून के राज का दावा करती है लेकिन जौनपुर के थाना सिकरारा की घटना सरकार के दावे की पोल खोल रही है।
समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष लालबहादुर यादव ने इस घटना को लेकर प्रदेश सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि योगी सरकार के शासन काल में अब गुण्डो माफियाओ का राज चल रहा और इस सरकार के शासन काल में किसान नौजवान सहित अब व्यापारी भी असुरक्षित हो गया है । जौनपुर के थाना सिकरारा क्षेत्र स्थित खपरहा बाजार में अखिलेश जायसवाल के साथ घटित घटना सरकार के दावो को झूठा साबित कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि अब समय आ गया है जनता को चाहिए कि अपने उपर हो रहे जुल्म का हिसाब ले और सरकार को सत्ता से बेदखल कर दे।
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