वाराणसी-मुम्बई रेलमार्ग पर बम मिलने से मच गया हड़कंप लगभग दो घन्टे बाधित रहा ट्रेनो का परिचालन


वाराणसी-मुंबई रेल मार्ग पर मिर्जापुर और प्रयागराज स्टेशन के बीच मिर्जापुर के थाना जिगना क्षेत्र स्थित पाली गांव में रेलवे पुल के पास आज रविवार की सुबह विस्फोटक सामग्री मिलने की जानकारी सामने आते ही रेलवे सहित सुरक्षा एजेंसियों के बीच हडकंप मच गया था। ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पुलिस ने उस स्थान की घेराबंदी कर आवागमन लोगों के लिए बंद कर दी है। मौके पर पहुंची पुलिस ने बम निरोधक दस्ते को बुलाने के साथ ही आसपास के क्षेत्रों में जांच शुरू कर दी। वहीं विस्फोटक सामग्री मिलने के कारण इस रेल मार्ग से होकर गुजरने वाली ट्रेनों का आवागमन बंद कर दिया गया।
इस दौरान सुरक्षा कारणों से मीरजापुर रेलवे स्टेशन पर कई ट्रेनें खड़ी कर दी गई हैं। इसके बाद आरपीएफ व जीआरपी ने ट्रेनों को एक एक कर जांच शुरू की और अप व डाउन की तरफ जाने वाली ट्रेनों को रोक कर जांच शुरू की तो रेलवे स्टेशन पर खड़ी ट्रेनों में लोग जांच को लेकर भयभीत दिखे। हालांकि, जिस स्थान पर विस्फोटक सामग्री मिले हैं, वह स्थान रेलवे स्टेशन लाइन से जुड़ा है। इसके कारण दो घंटे तक शिप्रा एक्सप्रेस, मुंबई मेल, मुंबई जनता कालका महानंदा एक्सप्रेस ट्रेन एक घंटा तक स्टेशन पर खड़ी रही। वहीं जिगना थाना क्षेत्र के पाली रेलवे अंडरब्रिज के अन्दर सड़क पर बने डिवाइडर पर मिले इलेक्ट्रॉनिक बम के खोखा से कई थानों की पुलिस व विभागीय टीम के अधिकारी घंटों हलकान रहे।
मिली खबर के अनुसार सुबह लगभग पांच बजे रेलवे की- मैन अशोक कुमार व संतोष कुमार की सूचना पर पीडब्लूआई इन्द्रजीत के द्वारा विभागीय खबर देने के बाद जीआरपी चौकी प्रभारी विंध्याचल राजेंद्र प्रसाद यादव दल-बल समेत घटना स्थल पर पहुंच गए। वहीं ग्रामीणों की सूचना पर जिगना प्रभारी विजय कुमार सरोज, क्षेत्राधिकारी लालगंज उमाशंकर सिंह व प्रशिक्षणरत क्षेत्राधिकारी लालगंज, प्रयागराज जनपद के थाना माण्डा प्रभारी महेश मिश्रा, चौकी प्रभारी भारतगंज आशीष राय, चौकी प्रभारी दिघिया रायबहादुर सिंह, आरपीएफ इंस्पेक्टर आर.पी. कजुर दल-बल समेत मौके पर पहुंच कर इलेक्ट्रॉनिक बम की सूचना से उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुए बचाव कार्य में लगे रहे।
फील्ड यूनिट प्रभारी मायाशंकर शुक्ला टीम के साथ मौके पर पहुंच कर जांच में जुट गए। मौके पर पहुंचे बम निरोधक दस्ता के टीम से प्रभारी के अलावा जितेंद्र सिंह यादव, अमरेन्द्र कुमार, अमरपाल, इरशाद डाग समेत जांच में जुट गए। कुछ समय बाद ही टीम द्वारा बम को जांच के बाद निष्क्रिय कर उसमें उपयोग में लाए गए उपकरणों की जांच के लिए लेकर चली गई। हलांकि पीडीएसडी टीम प्रभारी अशोक कुमार मिश्रा ने बताया कि प्रयागराज मीरजापुर मार्ग के जिगना स्थित पाली- हरगढ मार्ग के अंडरब्रिज में बने रोड के बगल डिवाइडर पर मिले इलेक्ट्रॉनिक बम निष्क्रिय कर दिया गया है, जांच में पाया गया कि बम में प्रयोग किए गए सभी उपकरण सही है, सिर्फ बम मे डाले जाने वाले बारूद का प्रयोग नहीं किया गया है। इसके बावजूद भी जांच के लिए टीम मिले उपकरण को साथ लेकर चली गई।
बम निरोधक दस्ता के प्रभारी अशोक कुमार मिश्रा ने बताया कि दहशत फैलाने के लिए बम की तरह छोटे उपकरण पाइप, तार व प्लेट लगाए गए हैं, लेकिन उसमें बारूद नहीं है। ऐसे में किसी ने अफवाह फैलाने के लिए यह हरकत की है। मामले की गंभीरता पूर्वक जांच की जा रही है। वहीं प्रयागराज की सीमा पर पॉली अंडर ग्राउंड ब्रिज के नीचे मिले विस्फोटक सामग्री की जांच करने के लिए निरोधक दस्ते के सदस्य पहुंचे और साक्ष्‍य संकलन कर मामले की जांच पड़ताल शुरू की।

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