यूपी चुनाव: आयोग ने कहा पक्षपात की शिकायत मिली तो अफसरों पर होगी सख्त कार्रवाई
यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने लखनऊ आए मुख्य चुनाव आयुक्त ने फील्ड के अफसरों से कहा है कि वे निष्पक्ष होकर काम करें। पक्षपात की शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा अपने दोनों चुनाव आयुक्त डॉ. राजीव कुमार और अनूप चंद्र पांडेय के साथ प्रदेश भर के जिलों के अफसरों के साथ विधानभवन के बाल गंगाधर तिलक हाल में बैठक कर रहे थे।
बैठक में आयोग ने एक-एक जिले की तैयारियों की समीक्षा की। आयोग ने हरियाणा से होने वाली शराब की तस्करी पर चिंता व्यक्त की और कहा कि संबंधित जिलों में जो अवैध शराब की रिकवरी है वह नाकाफी है। इसके लिए और मेहनत की जरूरत है। आयोग ने बिहार और नेपाल की सीमाओं पर सख्ती बढ़ाने और पोलिंग परसेंटेज बढ़ाने पर काम करने को कहा है। आयोग ने जिलाधिकारियों से पूंछा कि मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण अभियान की क्या स्थिति है। कितने प्रतिशत काम पूरा हो चुका है कितना बाकी रह गया है। उन्होंने पारदर्शी तरीके से नए मतदाताओं के आवेदन, नाम जोड़ने व काटने के आवेदनों के सत्यापन किए जाएं। आयोग ने प्रदेश में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने पर भी जोर दिया। इसके लिए लोगों में जागरुकता पैदा करने के लिए व्यापक अभियान चलाने के लिए भी कहा है।
कमजोर वर्ग के वोटरों की बस्तियों की मैपिंग करने की स्थिति की जानकारी ली। क्रिटिकल बूथों के बारे में पूछा कि किस जिले में कितने क्रिटिकल बूथ बनाए गए हैं। पोलिंग स्टाफ के बारे में जानकारी ली गई। आयोग ने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि जितने कर्मियों को लगाया जाएगा यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि सभी को कोरोना टीके की दोनों डोज लग चुकी है। ईवीएम की संख्या के बारे में भी जानकारी ली गई कि कितनी ईवीएम उपलब्ध है, पिछले चुनाव में कितनी विधानसभाएं ऐसी थीं जहां प्रत्याशियों की संख्या अधिक थी और दो बैलेट यूनिट लगानी पड़ी थी। इसी तरह वीवी पैट की स्थिति की भी जानकारी आयोग ने जिलों के अधिकारियों से ली। आयोग ने पूछा कि कितने बूथों पर वेब कास्टिंग कराई गई। प्रशिक्षण और पोस्टल बैलेट की स्थिति, स्ट्रांग रूम की स्थिति, बूथों पर दिव्यांगों के लिए रैंप, लाइट की व्यवस्था के बारे में भी जानकारी ली। आयोग ने जिलों में स्टेटिस्टिक सर्विंलांस टीम, मोबाइल टीम और फ्लाइंग स्क्वायड टीम बनाने के निर्देश दिए। जिलों से यह भी पूछा गया कि पोलिंग पार्टियां किस जिले में कितने स्थानों से रवाना होंगी।
पुलिस अधिकारियों से पूछा कितनी अवैध शस्त्र, शराब और मादक पदार्थों की कितनी बरामदगी?
आयोग ने पुलिस अधिकारियों से उनकी तैयारियों के बारे में जानकारी ली। आयोग ने फोर्स के आंकलन के बारे में जानकारी ली। लाइसेंसी असलहे जमा कराने की स्थिति के बारे में पूछा और गैर जमानती वारंट की तामीला की स्थिति जानी। जिलों से पहुंचे अफसरों ने अवैध शस्त्र, शराब और मादक पदार्थों की बरामदगी के बारे में बताया। पिछले तीन चुनावों में दर्ज हुए आरपी एक्ट के मुकदमों की स्थिति और कार्रवाई के बारे में भी जानकारी ली गई। आयोग ने ऐसे बूथ के बारे में जानकारी ली जिनपर पिछले चुनावों में हिंसा की घटना हुई हो या रिपोल की नौबत आई हो। आयोग बने अंतर्जनपदीय सीमा, अंतर्राज्यीय सीमा और अंतर्राज्यीय सीमा पर की गई व्यवस्था, संबंधित जिले व राज्यों के साथ समन्वय बैठक और नोडल अधिकारियों के बारे में भी चर्चा हुई।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने किया चुनाव जागरुकता सामग्री का विमोचन
बैठक से पहले मुख्य चुनाव आयुक्त ने उत्तर प्रदेश मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय द्वारा तैयार की गई विभिन्न चुनाव जागरुकता सामग्री का विमोचन किया। इसमें इलेक्टोरल जेंडर रेशियो थ्रू स्वीप एक्टिविटीज, आधी आबादी की बढ़ती हिस्सेदारी नाम की स्वीप बुकलेट, मतदाताओं का मार्गदर्शन करने वाली पॉकेट बुक, वोटर्स गाइड और ईवीएम व वीवीपैट की जानकारी देने वाले पंपलेट शामिल थे।
आयोग की ओर से बताया गया कि मतदाता जागरूकता अभियान (स्वीप) के माध्यम से प्रदेश के लिंग अनुपात में सुधार हुआ है। अब लिंग अनुपात 11 अंक की बढ़ोत्तरी के साथ 868 हो गया है। एक नवंबर को यह 1000 की पुरुष पर 857 महिलाओं का था। आयोग के अधिकारियों ने बताया कि मतदाता जागरूकता अभियान के माध्यम से मतदान में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और प्रदेश के मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
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