ब्रम्हादेश समागम के जरिए 02 जनवरी को बदलापुर में होगा राजनैतिक मंथन - ओम प्रकाश दूबे बाबा


जौनपुर। विधान सभा 2022 के चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए अब जाति जोड़ो की राजनीति काफी तेज हो गयी है। जनपद जौनपुर में सपा नेता एवं पूर्व विधायक ओम प्रकाश दूबे उर्फ बाबा भी ब्राह्मण पटाओ अभियान में तेजी से कूद पड़े है। बाबा  दूबे 02 जनवरी 22 को जनपद मुख्यालय से लगभग 40 किमी दूर स्थित बदलापुर विधानसभा क्षेत्र स्थित ग्राम कड़ेरेपुर  में ब्रम्हादेश समागम के नाम पर बड़ी संख्या में ब्राह्मण समाज को इकठ्ठा करने जा रहे है। श्री दूबे का दावा है कि इस कार्यक्रम में 02 लाख से अधिक की संख्या में ब्राह्मण समाज के लोग जुटेंगे और विधानसभा के चुनाव को लेकर मंथन करेंगे। 
आज जनपद मुख्यालय पर मीडिया से मुखातिब होते हुए बाबा दूबे ने कहा कि आज प्रदेश की राजनीति में ब्राह्मण अहम हो गया है लेकिन सत्ता में काबिज होने के बाद ब्राह्मण समाज की उपेक्षायें लगभग सभी राजनैतिक दल करते है यह बहुत ही चिन्ता जनक स्थिति है। यूपी की राजनीति में अब यह नजर आने लगा है कि जिस भी दल के साथ ब्राह्मण समाज की रूझान होगी वह उस दल के हाथ में सत्ता की चाभी होना तय माना जा रहा है। ब्राह्मण समाज उसी के साथ जायेगा जो समाज के कुछ शर्तो को स्वीकार करेगा। अब ब्राह्मण समाज अपना रिमोट अपने हाथ में रखना चाहता है किसी और को नहीं दिया जाना चाहिए। 
उन्होंने बताया कि गत 16 दिसम्बर 21 को वाराणसी स्थित रूद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में ओ3म श्री लोकहित मनोमंथन का आयोजन किया गया था जिसमें तय हुआ कि अब जनपद जौनपुर में एक ब्रम्हादेश समागम किया जाये जहां ब्राह्मण समाज की उपस्थिति में राजनैतिक दशा और दिशा को तय किया जायेगा। इस कार्यक्रम का सारथी अरूण कुमार दूबे को चुना गया है। इस कार्यक्रम में बाबा मित्र परिषद सहित तमाम संगठनो के लोंगो का भरपूर सहयोग मिल रहा है। 
श्री दूबे ने कहा कि यूपी के अन्दर ब्राह्मण समाज का लगभग 15 प्रतिशत वोट बैंक है और राजनैतिक दल के लोग उपेक्षा करते है। लेकिन अब ऐसा नहीं होने पायेगा। इसी क्रम में बाबा दूबे ने भाजपा पर भी निशाना साधा और कहा कि वर्तमान सरकार ने बीते दिनो में ब्राह्मण समाज के उपर जो जुल्म ढहाया है ब्राह्मण समाज उसे कभी भी भूल नहीं सकेगा। सरकार के मुखिया द्वारा जान बूझ कर ब्राह्मणो के उत्पीड़नात्मक कार्यवाई करायी है। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण सर्वथा लोकहित को स्वहित मानने के मूल सिद्धांत का अनुसरण करते हुए गौरवशाली भविष्य के प्राप्ति पथ पर सर्व समाज को लेकर आगे बढ़ा है लेकिन आज इस समाज का उत्पीड़न और उपेक्षा दोनो हो रही है। समय आ गया है जो हमारी शर्तो को स्वीकार करे हम उसका साथ देंगे।

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