फर्जी कम्पनी बना कर यूपी के पांच जनपदो में ठगी करने वाला पहुंचा सलाखों के पीछे

 फर्जी कंपनी बनाकर ठगी करने वाले एक नटवरलाल को मिल एरिया पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए ठग ने रायबरेली के साथ ही वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर समेत पांच जिलों के हजारों लोगों से करोड़ों रुपये हड़पे हैं।अभी तक की पुलिस की जांच में सिर्फ रायबरेली में पांच करोड़ की ठगी की बात सामने आई है। नटवरलाल दोगुना पैसा देने का लालच देकर लोगों को अपने झांसे में फंसाता था। पुलिस ने पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया है।
सीओ सदर वंदना सिंह ने बताया कि मिल एरिया थाना क्षेत्र के रुस्तमपुर गांव निवासी शिव बहादुर मौर्या के खिलाफ 26 लोगों ने एक माह पहले मिल एरिया थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। मिल एरिया थानेदार आशुतोष त्रिपाठी ने मुखबिर की सूचना पर शिव बहादुर को गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने बताया कि पकड़ा गया आरोपी नटवरलाल है। 2008 से इसने फर्जी कंपनी बनानी शुरू की। लोगों का पैसा दोगुना करने का लालच देकर उनकी रकम ऐंठता रहा।
रायबरेली के साथ ही वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, मिर्जापुर में फर्जी कंपनियां बनाई। खुद को कंपनी का मालिक बताता था। नटवरलाल म्यूचुअल फंड में निवेश के साथ ही प्लाट दिलाने और बेचने के नाम पर ठगी करता था।
इन कंपनियों के जरिये लोगों को ठगा
ग्रीन इंडिया बायोटेक फारेस्ट लिमिटेड (शाखा सलोन, ऊंचाहार, लालगंज, मलिकमऊ रायबरेली में संचालित), ग्रीन इंडिया म्यूचुअल बेनीफिट लिमिटेड (शाखा सलोन, ऊंचाहार, लालगंज, मलिकमऊ रायबरेली में संचालित), ग्रीन टाउन निधि लिमिटेड (मेजा रोड प्रयागराज में संचालित), ग्रीन काशी निधि लिमिटेड (मैमूरगंज वाराणसी में संचालित), ग्रीन बिंध्य निधि लिमिटेड (लालगंज, मिर्जापुर व मिर्जापुर ग्रामीण में संचालित), ग्रीन उमंग निधि लिमिटेड (रामादेवी कानपुर में संचालित) शामिल हैं।
40 हजार लोगों से 50 करोड़ की ठगी की आशंका
2008 से शुरू हुआ नटवरलाल का खेल 13 साल तक चलता रहा। इन सालों में रायबरेली समेत पांचों जिलों के करीब 40 हजार लोग ठगी का शिकार हुए। पांचों जिलों में लोगों से करीब 50 करोड़ की ठगी किए जाने की आशंका है। इसमें से सिर्फ रायबरेली में ही अब तक पांच करोड़ रुपये की ठगी की बात सामने आई और जांच अभी चल रही है। रायबरेली जिले के ऊंचाहार क्षेत्र के लोग सबसे ज्यादा ठगी का शिकार हुए हैं।
पुलिस के मुताबिक ठग म्यूचुअल फंड निवेश की कंपनी खोलता था। लोगों से पैसा जमा कराता था और कहता था कि पांच साल में पैसा दोगुना हो जाएगा। एजेंटों के माध्यम से लोगों से पैसा वसूली करवाता था। इसके अलावा लोगों की जमीन खरीदता था और प्लाट बिकने पर दोगुना पैसा देने की बात कहता था। कुछ लोगों को झांसा देता था कि उनकी जमीन पर सागौन के पेड़ लगाएगा। पेड़ बिकने पर दोगुना पैसा देगा।
नटवरलाल शिव बहादुर मौर्य खुद को कंपनियों का मालिक बताता था, जबकि उसकी पत्नी व बेटी कंपनियों की डायरेक्टर थीं। पति की गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसकी पत्नी व बेटी की धरपकड़ के लिए प्रयास कर रही है। दोनों की गिरफ्तारी होने के बाद पुलिस को ठगी से संबंधित और मामलों की जानकारी हो सकेगी।
रायबरेली, वाराणसी समेत पांच जिलों में ठगी करने वाले नटवरलाल शिव बहादुर मौर्या को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपी के खिलाफ मिल एरिया थाने में ठगी के तीन मुकदमे दर्ज हैं। अब तक की जांच में केवल रायबरेली में पांच करोड़ की ठगी की बात सामने आई है। हजारों लोग ठगी का शिकार हुए हैं। उसकी पत्नी व बेटी की धरपकड़ के लिए प्रयास किया जा रहा है।

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