जौनपुर की मीडिया जगत के भीष्म पितामह पं. चन्द्रेश मिश्रा के निधन एक युग का हो गया अन्त जनपद में शोक की लहर
जौनपुर। जनपद के मीडिया जगत में पितामह की हैसियत रखने वाले वरिष्ठ पत्रकार पंडित चन्द्रेश मिश्रा जी का लम्बी बीमारी के चलते हुए निधन से आज जनपद जौनपुर के पत्रकारिता जगत में एक युग का अन्त हो गया है। आजदी के बाद से लगभग 35 वर्षो तक जौनपुर की पत्रकारिता जगत में एक छत्र राज करने वाले पंडित चन्द्रेश मिश्रा जी साढ़े 93 साल की उम्र में अपने निजी आवास स्थित हुसेनाबाद में दिन में 11 बजे अन्तिम सांस लिये। उनके निधन की खबर वायरल होते ही मीडिया जगत से लेकर तमाम राजनैतिक दलों एवं समाज सेवियों के बीच शोक की लहर छा गयी जनपद के प्रबुद्ध जन उनके आवास पर पहुंच कर शोक संवेदना व्यक्त किये तो पत्रकार जनों द्वारा पत्रकार भवन स्थित कलेक्ट्रेट परिसर में स्व मिश्रा जी के शव पर माल्यार्पण कर अपनी शोक संवेदनायें व्यक्त किया।
यहां बता दे कि पंडित चन्द्रेश मिश्रा जी पत्रकारिता जगत के साथ साथ राज कालेज में शिक्षक के रूप में अपनी सेवा देते हुए जनपद के शिक्षा जगत में भी अपनी अनूठी पहचान स्थापित किये हुए थे। इसके अलांवा जीवन के अंतिम समय तक जिले के तीन कालेजो के प्रबंधन में अध्यक्ष पद पर आसीन रहे है। उनके निधन की खबर वायरल होने पर उनके आवास एवं पत्रकार भवन पर कुटीर चक्के इन्टर कालेज के प्रबंधक अजयेन्द दूबे, पं. रूप नरायन इन्टर कालेज शीतल गंज के प्रबंधक राम कृष्ण त्रिपाठी ,पूर्व डीन पूर्वांचल विश्वविद्यालय डा पीसी विश्वकर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता संतोष श्रीवास्तव, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष इन्द्रभुवन सिंह, पूर्व प्राचार्य टीडी पीजी कॉलेज डा विनोद कुमार सिंह, डाक अधीक्षक प्रभाकर त्रिपाठी, फूलचंद भारती, अखिलेश श्रीवास्तव, देवेश उपाध्याय, अश्वनी दूबे, गौरी शंकर एडवोकेट, जय प्रकाश सिंह, देवानंद मिश्रा, तिलकधारी निषाद, राजकुमार निषाद आदि नेताओ के साथ पत्रकार गण कपिल देव मौर्य अध्यक्ष जौनपुर प्रेस क्लब, लोलारक दूबे, राकेश कान्त पान्डेय, राम दयाल द्विवेदी, मधुकर तिवारी, शम्भुनाथ सिंह, दीपक सिंह, दीपक मिश्रा, रूद्र प्रताप सिंह, राजेश मौर्य, विरेन्द्र पान्डेय, जुबेर अहमद आदि बड़ी संख्या में पत्रकारों और समाज सेवियों ने स्व पंडित चन्द्रेश मिश्रा जी को श्रद्धासुमन अर्पित कर के उन्हे अन्तिम विदायी देते हुए ईश्वर से मृत आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना किया। वाराणसी स्थित मणिकर्णिका घाट पर पूरे विधि विधान के साथ उनका दाह-संस्कार किया गया मुखाग्नि उनके बड़े पुत्र अशोक कुमार मिश्रा ने दिया।
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