मिसाइलमैन डा कलाम ने डिफेन्स प्रोग्राम के जरिए पूरी दुनियां में भारत का सर ऊंचा किया - अशोक कुमार सिंह अपर जिला जज
जौनपुर । उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देश पर विगत 02 अक्टूबर 2021 से 14 नवम्बर 2021 तक जनपद में ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव‘‘ मनाए जाने के तहत जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मदन पाल सिंह की अनुमति से कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए ‘‘विश्व छात्र दिवस‘‘ के अवसर पर आज 15 अक्टूबर 2021 को उमानाथ सिंह विधि महाविद्यालय, महरूपुर में विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर विधिक साक्षरता शिविर को सम्बोधित करते हुए अपर जिला जज एफ0टी0सी0 द्वितीय अशोक कुमार सिंह द्वारा बताया गया कि आज 15 अक्टूबर को भारत की एक महान विभूति डा0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम का जन्म हुआ था। पूरा देश उन्हें आज के दिन याद करता है उनका जन्मोत्सव विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसकी वजह यह है कि डा0 कलाम को छात्रों के प्रति उनके प्यार के लिए माना जाता है। उन्होंने शिक्षा की प्रगति के लिये काफी कुछ किया है। भारत के जाने-माने वैज्ञानिक डा0 कलाम ने मिसाइल डिफेंस प्रोग्राम के जरिये भारत का सिर ऊँचा किया, लेकिन उनका पसंदीदा काम पढ़ाना था और वह चाहते थे कि लोग उनको इसी रूप में याद रखें।
सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती शिवानी रावत द्वारा बताया गया कि 02 अक्टूबर 2021 से 14 नवम्बर 2021 तक जनपद में ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव‘‘ मनाया जा रहा था, इसके अर्न्तगत जन-जन को विधिक सेवा गतिविधियों की जानकारी प्रदान करायी गयी। विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा गरीब, कमजोर वर्ग के लोगों एवं महिलाओं आदि को निःशुल्क विधिक सहायता प्रदान करायी जाती है। देश की आधे से अधिक आवादी दूर-दराज ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है जहॉं शिक्षा का अभाव है, उन्हें छोटे-छोटे कानूनों की जानकारी विधि छात्रों के सहयोग से प्रदान कराया जा सकता है। अतः सभी विधि छात्रों की जिम्मेदारी है कि वे उन्हें जागरूक करें और आवश्यकतानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा प्रदान की जाने वाली निःशुल्क विधिक सहायता की सुविधा का लाभ प्रदान करायें।
आज 15 अक्टूबर को डा0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम का जन्म दिवस ‘‘विश्व छात्र दिवस‘‘ के रूप में मनाये का कारण शिक्षा के प्रति उनके प्रेम एवं छात्रों एवं युवाओं के प्रोत्साहन से है। उन्हें बच्चों और युवाओं से विशेष लगाव था इस लिये जब भी मौका मिलता तो वह बच्चों को और युवाओं को पढ़ाने लग जाते थे। डा0 कलाम साहब के छात्रों के प्रति प्रेम को देखकर संयुक्त राष्ट्र ने उनके जन्म दिन को छात्र दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। उन्होने बताया कि डा0 कलाम साहब ने कहा था कि ‘‘अगर तुम सूरज की तरह चमकना चाहते हो तो पहले सूरज की तरह जलो‘‘ सभी छात्रों को डा0 कलाम के विचारों को अपने जीवन में उतारना और अपने कार्य में सफल होने के लिये एकाग्र चित्त होकर अपने लक्ष्य पर ध्यान लगाना होगा तभी इस छात्र दिवस के मनाने एवं कलाम साहब के सपने साकार होगें।
सिविल जज जू0डि0 शाहगंज मनोज कुमार यादव, द्वारा बताया गया कि आज की दुनिया मे अच्छी तरह से सीखा व्यक्ति होने की आधुनिक विचारधारा छात्र की योग्यता को तेज करना है। एक छात्र को औसत से असाधारण तक विकसित करना होता है। योग्यता विकास के इस तरीके में, केवल पुस्तक छात्र को आदर्श नहीं बना सकती है। आदर्श होने के लिये सिद्धान्त पढ़ने, समझने और इसके व्यावहारिक अनुप्रयोग के माध्यम से चलना चाहिये।
पैनल अधिवक्ता देवेन्द्र कुमार यादव द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा प्रदान करायी जाने वाली निःशुल्क विधिक सहायता, लोक अदालत, मध्यस्थता, स्थायी लोक अदालत, क्षतिपूर्ति योजना, सूचना के अधिकार आदि की विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान करायी गयी।
कालेज के प्राचार्य डा0 आशुतोष मिश्रा द्वारा बताया गया कि भारत के मिसाइलमैन की उपाधि से सम्मानित डा0 कलाम साहब के जन्म दिवस को राष्ट्र संघ द्वारा विश्व छात्र दिवस के रूप में घोषित किया जाना किसी भी भारतीय के लिये गर्व और सबसे सुखद क्षण होता है। सभी विधि छात्रों द्वारा विधिक सेवा गतिविधियों को जन-जन तक फैलाये जाने का आह्वान करते हुए उपस्थित सभी का आभार व्यक्त किया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापकगण सर्वश्री मुकेश जायसवाल, योगेश पाण्डेय, नितेश कुमार बरनवाल, डा0 साधना मिश्रा, आकाक्षा सिंह एवं कार्यालय अधीक्षक सुभाष पाल, प्रमोद कुमार, विनोद कुमार, डा0 ज्ञान प्रकाश सिंह एवं छात्र छात्रायें उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन डा0 दिलीप कुमार तिवारी एवं संयोजन डा0 सर्वेन्द्र कुमार मिश्र द्वारा किया गया।
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