111 बार सूर्य-नमस्कार करनें हुए अमृत महोत्सव की तैयारियां शुरू ब्लाकेज दूर करता है सूर्य-नमस्कार - अचल हरीमूर्ति
जौनपुर। योग गुरु बाबा रामदेव की प्रेरणा से अमृत महोत्सव के अंतर्गत एक साथ पूरे देश में पचहत्तर करोड़ बार सूर्य-नमस्कार को करनें के लिए पतंजलि योग परिवार के प्रशिक्षकों द्वारा मंगलवार से प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया है।
पतंजलि योग समिति के प्रान्तीय सह प्रभारी अचल हरीमूर्ति के दिशा-निर्देशन व भारत स्वाभिमान लीगल सेल के कार्यकारी अध्यक्ष अधिवक्ता हरीनाथ यादव के नेतृत्व में
मियांपुर स्थित योगस्थली में साधकों द्वारा 111बार सूर्य-नमस्कार को करके प्रशिक्षण का औपचारिक शुभारंभ किया गया।
इस मौके पर मौजूद पत्रकारों से बात करते हुए अचल हरी मूर्ति ने बताया कि योग हमारी प्राचीनतम सभ्यता और संस्कृति की अमूल्य धरोहर है । जिसे पूरी प्रमाणिकता के साथ योग गुरु बाबा रामदेव के नेतृत्व में पूरी दुनियां के कोने-कोने तक पहुंचाया जा रहा है।
विगत कुछ वर्षों में पूरी दुनियां नें इस बात को स्वीकार किया है की योग एक उच्चतम कोटि की साधना पद्धति के साथ उच्चतम कोटि की चिकित्सा पद्धति भी है।जिसके नियमित अभ्यासों से व्यक्ति स्वयं को विभिन्न विमारियों से बचाते हुए अपनें को सदैव स्वस्थ रख सकता है। श्री हरीमूर्ति नें बताया की सूर्य-नमस्कार अलग-अलग ढंग के आसनों का ऐसा समूह है जिसके अभ्यास से शरीर के सभी तन्त्रों पर बहुत ही सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जब इन्टिग्रेटेड योगाभ्यास के तहत सूर्य-नमस्कार के साथ प्राणायामों का लम्बे समय तक अभ्यास किया जाता है तो पूरे शरीर में प्राणवायु के साथ रक्त का प्रवाह बहुत ही सुगमतापूर्वक होनें लगता है। जिसके परिणामस्वरूप शरीर के विभिन्न हिस्सों में बन रहे ब्लाकेज की समस्याओं का भी निदान होता है।
जनपद के 21 ब्लाकों में 100 से अधिक ऐसे प्रशिक्षकों को तैयार किया जा रहा है, जो सभी सरकारी,गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों के साथ हर विभाग तक सूर्य-नमस्कार का प्रशिक्षण दे सकें।
इस मौके पर लीगल सेल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अधिवक्ता जसवंत कुमार, राजीव सिन्हा, हंसराज चौधरी,नवीन द्विवेदी,सुरेशचंद्र यादव, रामसपथ,पंकज कुमार,अजय कुमार,मयंक सहित अन्य साधक उपस्थित रहे।
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