आन्दोलन कारी किसान और सरकार के मंत्री पुत्र के बीच हिंसक विवाद में 08 लोंगो की मौत, किसानो में गहरा आक्रोश
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में आज प्रदेश सरकार के मंत्री की जिद एवं आन्दोलन कारी किसानो के बीच हिंसक घटना में आठ लोंगो की मौत हो गयी है। किसानो में इस घटना को लेकर जबरदस्त गुस्सा है। खबर है उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के जिले में पहुंचने के दौरान कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र के बेटे के बीच तिकुनियां कस्बे में हिंसक टकराव हो गया। किसानों का आरोप है कि विरोध प्रदर्शन के दौरान केंद्रीय मंत्री के बेटे ने उन पर कार चढ़ा दी। इससे कई किसान गंभीर रूप से घायल हो गए। इनमें से चार की मौत हो गई। गुस्साए किसानों ने मंत्री के बेटे के काफिले में दो गाड़ियों में तोड़फोड़ करते हुए आग लगा दी। पिटाई से चालक की मौत हो गई। मंत्री के बेटे ने खेतों में भागकर अपनी जान बचाई।
बवाल की सूचना पर लखनऊ से कमिश्नर और आईजी रेंज मौके पर पहुंचे। किसान नेता राकेश टिकैत के दिल्ली से कूच करने की सूचना के बाद किसानों ने कस्बे के इंटर कॉलेज में मृत किसानों के शव रखकर धरना शुरू कर दिया। वहीं केंद्रीय मंत्री का कहना है कि हंगामे के दौरान चालक को पत्थर लगने से गाड़ी अनियंत्रित होकर किसानों पर चढ़ने से हादसा हुआ।
कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान पिछले एक सप्ताह से केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी का भी विरोध कर रहे हैं। उनका आरोप है कि केंद्रीय मंत्री ने आंदोलन को लेकर गलत टिप्पणी की थी। इसी वजह से किसान उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के कार्यक्रम का विरोध करने के लिए खीरी के पास के ही कस्बे तिकुनिया में हैलीपैड के पास इकट्ठे हुए थे। विरोध की आशंका को देखते हुए उप-मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से न आकर सड़क मार्ग से खीरी पहुंचे। उन्होंने दोपहर करीब 12 बजे विकास योजनाओं का शिलान्यास किया। इसके बाद उन्हें केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के गांव बनवीरपुर में एक दंगल का उद्घाटन करने जाना था। रास्ते में तिकुनिया में ही लखीमपुर और आसपास के जिलों के किसान विरोध करने के लिए भारी संख्या इकट्ठा हो गए। इस वजह से उप-मुख्यमंत्री का रूट डायवर्ट कर दिया गया लेकिन केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र अपने काफिले के साथ तिकुनिया के मार्ग से ही गुजरे।
तिकुनिया विद्युत उपकेंद्र के पास इकट्ठे हुए किसानों और आशीष मिश्र के बीच झड़प हो गई। किसानों नेताओं का आरोप है कि इसी दौरान आशीष ने उनके ऊपर गाड़ी चढ़ा दी। इस दौरान घायल हुए किसानों में से गुरविंदर सिंह निवासी नानपारा (बहराइच) के गांव मोहनिया, दलजीत सिंह नानपारा के ही गांव बंजारा टांडा और खीरी की पलिया तहसील के गांव चौगड़ा फार्म निवासी 25 वर्षीय लवप्रीत सिंह की मौत हो गई।
इसके बाद किसानों ने काफिले की दोनों गाड़ियों पर धावा बोल दिया और गाड़ी में मौजूद सभी लोगों के साथ मारपीट शुरू कर दी। केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष ने खेतों में घुसकर जान बचाई। वहीं आशीष के चालक हरिओम को किसानों ने घेर लिया और जमकर मारपीट की।
हंगामे की सूचना पाते ही उप-मुख्यमंत्री मौर्य बनवीरपुर गांव के बीच रास्ते ही लौटकर बेलरायां में गेस्ट हाउस पहुंच गए। शासन ने पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों को मौके पर भेज दिया। इसी बीच गाजीपुर (दिल्ली) की सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत ने लखीमपुर कूच की घोषणा कर दी। इसके बाद किसानों ने तिकुनियां के अग्रसेन इंटर कॉलेज में इकट्ठा होकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। दो किसानों के शव के साथ देर शाम तक डटे रहे। किसानों ने केंद्रीय मंत्री के बेटे पर हत्या का मुकदमा दर्ज गिरफ्तारी की मांग रख दी।
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लखीमपुर खीरी हिंसक झड़प में भाजपा कार्यकर्ताों की मौत, मेरे बेटा शामिल नहीं: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री
लखीमपुर खीरी की घटना पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिक्ष ने सफाई देते हुए बताया कि इस घटना में मेरा बेटा शामिल नहीं है। मेरे पास इस बात को साबित करने के लिए वीडियो सबूत के तौर पर मौजूद है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस हिंसक झड़प में तीन भाजपा कार्यकर्ताओं समेत मेरे ड्राइवर को असामाजिक तत्वों ने पीट पीटकर मार डाला।
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