डीएम के निर्देश पर जिला अस्पताल में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट का छापा,जाने क्या हुई कार्यवाई
जौनपुर । जिला अस्पताल में निर्धारित सीट से अधिक डी फार्मा डिप्लोमा डिग्रीधारकों को प्रशिक्षण देने और इसके नाम पर 10 से 15 हजार रुपये वसूलने की शिकायत पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट हिमांशु नागपाल ने मंगलवार को छापा मारा। इस दौरान प्रशिक्षण संबंधित चार रजिस्टर कब्जे में लिया। यह कार्रवाई जिलाधिकारी के निर्देश पर की गई।
हलांकि इसे लेकर सच खबरें ने यहां के भ्रष्ट कारनामों की खबर भी प्रकाशित किया था। इस भ्रष्टाचार के साथ अन्य सभी मामलो में गहराई से छानबीन की जाये तो हैरतअंगेज भ्रष्ट कारनामों का खुलासा संभावित है। यहां पर सीएमएस की एक भ्रष्टाचारी टीम है जिसके मुख्य भूमिका में पीसी राव नामक बाबू है।
जिला अस्पताल में 12 डी फार्मा डिप्लोमा डिग्रीधारकों को तीन माह का प्रशिक्षण देने के लिए सीट निर्धारित थी। यह संख्या बढ़ाकर 22 कर दी गई है। आरोप है कि प्रशिक्षण से जुड़े लोगों ने 227 को प्रशिक्षण के लिए पंजीकृत किया है। इन अभ्यर्थियों से 10 से 15 हजार रुपये वसूल किए गए हैं।
धनराशि देने की विवशता जताने वालों को तरह-तरह का बहाना बनाकर लौटा दिया जाता है। इसकी शिकायत डीएम से हुई तो गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के निर्देश पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अचानक जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने सीएमएस डा. अनिल शर्मा से प्रशिक्षण के लिए निर्धारित कोटा और वर्तमान में प्रशिक्षण ले रहे प्रशिक्षुओं के बारे में जानकारी ली। घंटों जांच के बाद वह अपने साथ प्रशिक्षुओं से संबंधित चार रजिस्टर भी ले गए। पूछने पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर जांच की गई है जल्द ही रिपोर्ट सौंप दी जाएगी।
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