नीट परीक्षा साल्वर गिरोह के दो सदस्य और पकड़े गये, पुलिस डिटेल खंगालने में जुटी, बड़ी सफलता की संभावना
नीट में फर्जीवाड़ा करने वाले सॉल्वर गिरोह पर वाराणसी पुलिस की कार्रवाई जारी है। मंगलवार को पुलिस ने मामले में वांछित केजीएमयू के मेडिकल अंतिम वर्ष के छात्र और पटना निवासी छात्रा के भाई को पांडेयपुर इलाके से गिरफ्तार कर लिया।
मऊ के मोहम्मदाबाद गोहाना निवासी और लखनऊ स्थित केजीएमयू का मेडिकल छात्र डॉ ओसामा शाहिद के साथ अभय कुमार मेहता से पुलिस पूछताछ कर रही है। अभय पटना (बिहार) के बहादुरपुर थाना क्षेत्र के संदलपुर की वैश्णवी कॉलोनी का निवासी है। ओसामा शाहिद केजीएमयू लखनऊ से एमबीबीएस के चौथे वर्ष की फाइनल परीक्षा दे चुका है।
वर्ष 2021 की नीट परीक्षा में असली परीक्षार्थियों के स्थान पर सॉल्वर को बैठा कर परीक्षा पास कराने का ठेका लेता है और एडमिशन हो जाने पर अभ्यर्थियों से 20 से 30 लाख रुपये की रकम वसूलता है। गिरोह ने अभय मेहता को अपने परिचित विकास कुमार मेहता द्वारा 5 लाख रुपयों के लालच के कारण अपनी बहन जूली कुमारी को सॉल्वर के रूप में परीक्षा देने के लिए तैयार किया था।
डॉ ओसामा शाहिद के पास से 15 अदद प्रवेश पत्र की प्रति, चार अदद फोटो, चार कारगो कुरियर रसीद व 2 मोबाइल फोन जिसमें सॉल्वर गैंग की चैटिंग डाक्यूमेंट्स, बैंक लेन-देन का विवरण बरामद हुआ है।
पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने बताया कि दोनों से पूछताछ में इस अंतरराज्यीय गैंग के उत्तर प्रदेश, बिहार व अन्य राज्यों के सदस्यों की पहचान हुई है। इनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई हैं।
पुलिस के अनुसार डॉ ओसामा ने मोबाइल फोन के डाटा को डिलीट कर सबूत मिटाने का प्रयास किया। साइबर फॉरेंसिक की टीम डेटा रिकवरी के प्रयास में जुटी हुई है। छात्र से कई महत्वपूर्ण जानकारियां ली जा रही हैं। साथ ही इसकी जवाबदेही पर कई टीम लगातार छापेमारी कर रही हैं। साथ ही पटना के गुर्गों की जानकारी ली जा रही है। बिहार पुलिस से कोआर्डिनेट कर आगे के ऑपरेशन के लिए तेज तर्रार अफसरों की एक टीम पटना जाएगी।
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