निलंबित सीओ अमरेश सिंह बघेल को पुलिस ने किया गिरफ्तार, जानें कहां से पुलिस ने किया गिरफ्तारी


रेप के आरोप में जेल में बंद घोसी से बसपा सांसद अतुल राय की मदद के आरोपी निलंबित सीओ अमरेश सिंह बघेल को बुधवार की रात को वाराणसी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बघेल को वाराणसी  लखनऊ मार्ग पर बाराबंकी में स्थित टोल से गिरफ्तार उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह लखनऊ जा रहा था। वाराणसी पुलिस गिरफ्तारी के बाद बघेल को अपने साथ ले गई है। जानकारी के मुताबिक इस कार्रवाई के दौरान वाराणसी पुलिस ने बाराबंकी पुलिस को सिर्फ इसकी सूचना दी, कोई मदद नहीं मांगी थी। रात करीब साढ़े दस बजे वाराणसी पुलिस ने टोल पर रुकते ही अमरेश सिंह बघेल को घेर लिया। इसके बाद गिरफ्तार कर उन्हें अपनी जीप में बैठाकर वाराणसी ले गई। बाराबंकी पुलिस के मुताबिक अमरेश सिंह बघेल को बनारस क्राइम ब्रांच गिरफ्तार करके लेकर गई है।
दरअसल बसपा सांसद अतुल राय के खिलाफ एक युवती ने 1 मई 2019 को वाराणसी के लंका थाने में रेप का मुकदमा दर्ज कराया था। इसी मामले में अतुल राय प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में बंद है। बीती 16 अगस्त की सुबह इसी मामले में रेप पीड़िता ने इस केस के चश्मदीद के साथ सुप्रीम कोर्ट के सामने ज्वलनशील पदार्थ अपने ऊपर डालकर आग लगा ली थी। जिसके बाद दोनों को गंभीर हालत में दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां नौ दिनों के बाद दोनों की मौत हो गई थी। आत्मदाह के प्रयास की घटना के बाद यूपी सरकार ने पूरे प्रकरण की जांच डीजी और एडीजी को सौंपी गई थी। वहीं इस हाई प्रोफाइल प्रकरण में वाराणसी में जांच अधिकारी तत्कालीन भेलूपुर सीओ अमरेश सिंह बघेल को निलंबित कर दिया गया था। बघेल की भूमिका संदिग्ध पाए जाने पर 30 नवंबर 2020 को शासन से उन्हें निलंबित कर दिया था। एसआईटी ने भी बघेल का बयान लिया था। वहीं दबाव बढ़ने पर बघेल ने दुष्कर्म मामले की दोबारा जांच की संस्तुति की। 
जानकारी के मुताबिक सीओ अमरेश सिंह बघेल मामले के जांच अधिकारी थे और उन्होंने जांच के बाद बसपा सांसद को क्लीनचिट दे दी थी। वहीं रेप पीड़िता की मौत के बाद हाईकोर्ट ने यूपी सरकार को इस मामले की जांच कराकर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। लेकिन सीओ अमरेश सिंह बघेल ने कोर्ट में दिए अपने बयान में सांसद अतुल राय को क्लीन चिट दे दी थी। इसके बाद से कई आलाधिकारी उनसे नाराज चल रहे थे। इसी के चलते उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई है। 
आपको बदा दें कि मामले में गिरफ्तार निलंबित सीओ अमरेश सिंह बघेल का विवादों से पुराना नाता रहा है और इसके चलते वह बीते दिनों सुर्खियों में भी रहे थे। अमरेश सिंह बघेल बाराबंकी जिले के जैदपुर थाने में एक साल से ज्यादा समय तक प्रभारी निरीक्षक के रूप में तैनात रह चुके हैं और उसी थाना क्षेत्र से उन्हें गिरफ्तार किया गया है। अमरेश सिंह बघेल लंबे समय तक बाराबंकी जिले क्राइम ब्रांच प्रभारी भी रह चुके हैं। अमरेश सिंह बघेल के प्रभारी निरीक्षक रहने के दौरान बाराबंकी की रामनगर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक शरद कुमार अवस्थी ने जैदपुर थाने में मची लूट और भ्रष्टाचार का खुलासा किया था। शरद अवस्थी ने पूरे मामले में डीजीपी को पत्र लिखकर शिकायत भी की थी। इस शिकायत में प्रभारी निरक्षक अमरेश सिंह बघेल पर 5 करोड़ का बंगला बनवाने का भी आरोप विधायक की तरफ से लगाया गया था। इस मामले के तूल पकड़ने के बाद बाराबंकी के तत्कालीन एसपी ने कार्रवाई करते हुए बघेल समेत एक अन्य प्रभारी निरीक्षक और तीन कांस्टेबलों को लाइन हाजिर कर दिया था।

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