सामना के सम्पादक के खिलाफ जनपद वासियों में गुस्सा, मुकदमा दर्ज करने हेतु यूपी के सीएम को आईजीआरएस,



जौनपुर। महाराष्ट्र स्थित देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से प्रकाशित होने वाले शिवसेना के समाचार पत्र सामना में मुंबई के साकी नाका में हुए जघन्यतम दुष्कर्म की घटना के बाबत विगत 10 सितम्बर को प्रकाशित एक खबर में जौनपुर की अस्मिता पर अनावश्यक चोट पहुंचाने के मामले को लेकर जनपद वासियों में जबरदस्त गुस्सा है। यहां तक कि आज उक्त समाचार पत्र के सम्पादक संजय रावत के खिलाफ यूपी सरकार के पोर्टल पर जरिए आईजीआरएस शिकायती पत्र भेजकर मुकदमा तक पंजीकृत कराने की मांग की गयी है। 
यहां बता दें कि उक्त समाचार पत्र ने मुंबई में दुष्कर्म की प्रकाशित खबर को लिखते समय दुष्कर्म को जौनपुर पैटर्न पर बलात्कार बताया है जिससे जौनपुर की अस्मिता पर गहरी चोट लगी है। जौनपुर शिराजे ए हिन्द कहा जाता है क्योंकि यह जनपद मुगलकाल से लेकर अब तक शिक्षा का केन्द्र रहा है यहां आइएएस आईपीएस जैसी सेवाओ के लिए लोग निकलते है। बुद्धि जीवियों का हब जौनपुर माना जाता है ऐसे में मुंबई के सामना अखबार द्वारा जौनपुर पैटर्न पर बलात्कार बताया जाना बेहद शर्मनाक माना जा रहा है। 
जौनपुर के तमाम राजनैतिको जिसमें सासंद विधायक सहित साहित्य कार आदि ने मुंबई से प्रकाशित अखबार सामना में प्रकाशित खबर की आलोचना करते हुए उस समाचार पत्र के सम्पादक संजय रावत से माफी मांगने की मांग किया है। इस संदर्भ में सासंद जौनपुर श्याम सिंह यादव ने कहा कि मुंबई मे शिवसेना द्वारा प्रकाशित अखबार सामना में दुष्कर्म की खबर के साथ जौनपुर का नाम जोड़कर छापना जनपद का बड़ा अपमान है। सम्पादक संजय राउत को इसके लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। 
जनपद शहर विधानसभा के विधायक एवं प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री गिरीश चन्द्र यादव ने कहा सामना अखबार में जनपद जौनपुर की मर्यादा को धूमिल करने का काम शिवसेना की सह पर किया गया है। जनपद जौनपुर का एक गौरव शाली इतिहास है। पूरे देश में जनपद शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट स्थान रखता है यहां की संस्कृति और सभ्यता की मिसाल पूरे देश में दी जाती है लेकिन मुंबई के इस अखबार ने जनपद की मर्यादा को धूल धूसरित करने का काम किया है।इस अखबार के सम्पादक को जौनपुर की जनता से माफी मांगनी चाहिए। 
इसी तरह विधि विभाग के पूर्व डीन एवं साहित्य कार डा पीसी विश्वकर्मा एवं कांग्रेस नेता इन्द्रभुवन सिंह, उद्योग पति एवं भाजपा नेता ज्ञान प्रकाश सिंह ,विधायक गण रमेश मिश्र एवं दिनेश चौधरी आदि लोंगो ने सामना अखबार की आलोचना किया और कहा कि सामना अखबार अमर्यादित पत्रकारिता करके जौनपुर के सम्मान को चोट पहुंचाने का काम किया है ऐसे समाचार पत्रो का बहिष्कार करना चाहिए जो पीत पत्रकारिता का पोषक बन जाये। 
इस अखबार के कृत्य से बेहद खफा दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता उपेंद्र विक्रम सिंह ने  सामना अखबार के संपादक संजय रावत के खिलाफ ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराया है।
मुंबई के साकीनाका में दुष्कर्म की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। जिसे आरोपित ने सामना अखबार में जौनपुर पैटर्न का बताकर घटिया राजनीति की है आरोपित के कहने और लिखने की शैली अत्यंत अपमानित करने वाली है। इस तरह जनपद वासियों की नकारात्मक छवि प्रस्तुत करने का प्रयास आरोपी अखबार ने किया है। संपादकीय को सोशल मीडिया पर प्रमोट किया। गत 14 सितंबर 2020 को 7:00 बजे शाम वादी अधिवक्ता के अलावा विनोद श्रीवास्तव, अजीत सिंह, मनीष सिंह, निलेश निषाद,बृजेश निषाद आदि ने सोशल मीडिया पर पढ़ा और देखा। इस खबर के जरिए जनपद वासियों की मानहानि करने उन्हें परेशान करने के लिए पब्लिसिटी स्टंट बनाकर अपना मतलब साधने के लिए अनर्गल प्रलाप संपादकीय के माध्यम से आरोपित ने किया जिससे लोगों में घृणा अपमान व असंतोष फैला सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ा एवं लोक शांति भंग हुई।इसे संज्ञान में लेते हुए सम्पादक के खिलाफ विधिक कार्यवाई की अपेक्षा है।

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