शिक्षक विद्यार्थियों को जीना सिखाता है- प्रो. कीर्ति सिंह
पीयू में आयोजित हुआ शिक्षक सम्मान समारोह
प्रो. कीर्ति सिंह एवं कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने अंगवस्त्रम और सम्मान पत्र देकर शिक्षकों को किया सम्मानित
जौनपुर। शिक्षक दिवस के अवसर पर वीर बहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय में पहली बार इतने वृहद् स्तर पर शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. शिक्षक सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व कुलपति प्रोफ़ेसर कीर्ति सिंह ने कहा कि मेरा सौभाग्य रहा है कि सेंट्रल पब्लिक स्कूल, बीएचयू में पढ़ाई के दौरान सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी को देखने और खेल प्रतियोगिता में उनके हाथों पुरस्कार पाने का अवसर मिला। तत्कालीन कुलपति के पद पर आसीन राधाकृष्णन जी को देखकर उनके मन में यह सवाल आया था कि वह कभी उनकी तरह बन पायेंगें कि नहीं? कहा कि राधाकृष्णन जी मेरे आदर्श रहे है। शिक्षक होना गौरव की बात है। माता- पिता जन्म देते है और शिक्षक जीना सिखाता है।
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफ़ेसर निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि शिक्षक कुम्हार होता है जो विद्यार्थी को एक आकार देता है। शिक्षकों को सदैव अपने विद्यार्थियों में सृजन क्षमता को विकसित करते रहना चाहिए। उन्होंने कबीर की साखी के माध्यम से गुरु की महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने सर्वपल्ली राधाकृष्णन के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला।कार्यक्रम के संयोजक प्रो मानस पांडेय ने धन्यवाद ज्ञापित किया।इस अवसर पर डॉ समर बहादुर सिंह, डॉ काशी नाथ सिंह ने भी संबोधित किया।
विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी संजय राय, कुलसचिव महेंद्र कुमार, परीक्षा नियंत्रक बी एन सिंह, उप जिलाधिकारी अमिताभ यादव,शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. विजय सिंह ने मंच पर शिक्षकों के सम्मान में सहयोग किया।
कार्यक्रम का संचालन जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने किया। इस अवसर पर डॉ राजीव प्रकाश सिंह,डॉ देवेंद्र प्रताप सिंह, प्रो अजय द्विवेदी, प्रो वंदना राय, प्रो राम नारायण,प्रो अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो देवराज, डॉ प्रमोद यादव,डॉ रमेश मणि त्रिपाठी, महामंत्री राहुल सिंह, एन एस एस समन्वयक डॉ राकेश कुमार यादव, रोवर्स रेंजर के समन्वयक डॉ जगदेव, खेल कूद परिषद के सचिव डॉ आलोक सिंह,डॉ राजकुमार,डॉ संदीप सिंह, डॉ मनोज वत्स, डॉ सुरजीत यादव,डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ विजय प्रताप तिवारी, डॉ श्याम कन्हैया सिंह, डॉ अमरेंद्र सिंह, डॉ अवध बिहारी सिंह, डॉ जान्हवी श्रीवास्तव, समेत समस्त उपस्थित शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
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