यूपी सरकार अब 33 सौ करोड़ की लागत से बनाने जा रही है राम वन गमन मार्ग,जानें कब तक बनाने की है योजना
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भगवान राम के इतिहास से जुड़े हर स्थान को यादगार बनाने के लिए कई योजनाओं को मूर्त रूप देने का काम कर रही है। अब वन गमन मार्ग अयोध्या से चित्रकूट तक ऐसे स्थल जहां पर मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम द्वारा वनवास के दौरान विश्राम किया गया हो अथवा जिन स्थलों का महत्व राम वन गमन की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, उनको राष्ट्रीय राजमार्गाे से जोड़ने की कार्ययोजना तैयार की गई है, जिसमें से 44 स्थलों का चयन कर लिया गया है।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का बयान है कि अयोध्या से चित्रकूट तक बनने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग (रामवनगमन मार्ग) के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि यह सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि यह कार्य समयबद्ध तरीक से पूरा कराया जायेगा, इससे अयोध्या से चित्रकूट तक आने जाने में श्रद्धालुओं को सुविधा होगी। साथ ही रास्ते में पड़ने वाले धार्मिक स्थलों व भगवान श्रीराम से जुड़ी हुए धार्मिक स्थलों को इस राजमार्ग के साथ जोड़कर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।साथ ही देश-विदेश से आने वाले राम भक्तों को अयोध्या से लेकर चित्रकूट के रास्ते में वनवास के दौरान भगवान राम द्वारा गये हुए स्थलों को देखने का सौभाग्य आसानी से प्राप्त होगा।
राम वन गमन मार्ग बन जाने के बाद और तीव्र गति से विकास के कार्य होंगे, पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार के भी अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि विकास का रास्ता सड़कों से होकर ही जाता है। इसलिए हमारा प्रयास होगा कि यह मार्ग जल्द से जल्द तैयार होकर जनता की सेवा में समर्पित हो। इस राम वन गमन मार्ग के तैयार हो जाने के बाद अयोध्या, प्रयागराज एवं चित्रकूट का भी विकास होगा। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण में आने वाली अड़चनों को सम्बंधित जनपदों के जिलाधिकारियों से मिलकर इस समस्या का समाधान तत्काल करा लें, साथ ही इस कार्य की प्रगति से निरंतर अवगत कराने के लिए भी कहा है। भूमि अधिग्रहण के कार्यों में वन विभाग की अनापत्ति प्राप्त कर कार्य को आगे बढ़ाया जाये। 132.00 किमी की लंबाई को चार पैकजों में बांटा गया मौर्य ने कहा कि मोहनगंज से जेठवारा-श्रृंगवेरपुर-मूरतगंज-महेवाघाट-राजापुर से चित्रकूट तक की लम्बाई 132.00 किमी को विकास एवं निर्माण के लिए चार पैकजों में बांटा गया है, जिसमें प्रथम पैकेज में मोहनगंज से औतारपुर की लम्बाई 35 किमी है। दूसरे पैकेज में औतारपुर से मूरतगंज की लम्बाई 29.682 किमी, जिसमें श्रृंगवेरपुर धाम पर गंगा नदी पर 6 लेन 1200 मीटर लम्बा पुल का प्रस्ताव पारित है। पैकेज तृतीय में मूरतगंज से महेवाघाट की कुल लम्बाई 48.068 है, इसे चार लेन चौड़ा किया जाना प्रस्तावित है। साथ ही इसमें मंझनपुर बाईपास एवं राजापुर बाईपास सम्मिलित है। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पैकेज चतुर्थ में राजापुर से रायपुरा कुल लम्बाई 19.25 किमी है। इस प्रकार मोहनगंज से प्रारम्भ होकर चित्रकूट के निकट रायपुरा तक चारों पैकेजेज की कुल लम्बाई 132 किमी है, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 3300 करोड़ होगी। इस मार्ग के निर्माण कार्य को चरणबद्ध तरीके से आने वाले तीन वर्षों में पूर्ण किया जायेगा।
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