पूर्व गृह राज्य मंत्री कृपा शंकर सिंह के सम्मान समारोह को लेकर जौनपुर की सियासत में एक नयी बहस शुरू
जौनपुर। महाराष्ट्र राजनीति के बड़े नेताओ में शुमार पूर्व गृह राज्यमंत्री महाराष्ट्र कृपा शंकर सिंह को कांग्रेसी से भाजपाई बनने के बाद
उत्तर प्रदेश के अन्दर अपने गृह जनपद में अपने स्वागत समारोह का प्रायोजित कार्यक्रम कराया उसे लेकर जनपद के सियासी गलियारे में एक नयी चर्चा शुरू हो गयी है। भाजपा के ही कई जिम्मेदार राजनैतिक इस कार्यक्रम को लेकर अपने तर्क देते हुए कहते है कि आखिर महाराष्ट्र में भाजपाई बने श्री सिंह का सम्मान महाराष्ट्र के भाजपा जनों ने क्यों नहीं किया। अपने घर जौनपुर में पूरे काफिले एवं भाजपा के मंत्री विधायक सांसद के साथ ताम झाम करने की जरूरत क्यों महसूस किया गया।
एक नेता ने चर्चा के दौरान कहा कि इसी सम्मान समारोह के बहाने कृपा शंकर सिंह जौनपुर की सियासत में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे है ताकि आने वाले समय में जौनपुर से माननीय बनने के अपने सपने को पूरा कर सके। अगर ऐसा हुआ तो भाजपा के लिए बड़ा सवाल है कि जौनपुर के भाजपा नेता जो कई दशक से पार्टी का झन्डा डन्डा उठा रहे है उनका क्या होगा। यहां पर एक सवाल और है कि अपने जीवन का लम्बा राजनैतिक जीवन महाराष्ट्र के लिए व्यतीत करने वाले श्री सिंह का राजनैतिक सफर क्या अब महाराष्ट्र में अवसान की तरफ बढ़ रहा है। यहां बता दे कि कांग्रेस की राजनीति से अलग होने के बाद लम्बे समय तक संघर्ष के पश्चात भाजपा की सदस्यता महाराष्ट्र में ग्रहण किये है।
खबर यह भी है कि कृपा शंकर सिंह के सम्मान समारोह में गोरखपुर के सांसद रवि किशन और मछलीशहर के सांसद वीपी सरोज सहित प्रदेश सरकार के मंत्री मोती सिंह, राज्य मंत्री गिरीश चन्द यादव सहित विधायक भले ही मौजूद रहे लेकिन कई वरिष्ठ भाजपाई नेता इस कार्यक्रम से अपनी दूरी बनाये नजर आये है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि श्री सिंह के कुछ खास सिपह सालारों की टीम द्वारा पूरा कार्यक्रम कराया गया है भाजपा के जो लोग कार्यक्रम में मौजूद रहे वह आयोजक की जगह अतिथि नजर आये थे। जो भी हो इस कार्यक्रम को लेकर पॉजिटिव और निगेटिव दोनो तरह की चर्चायें हो रही है।
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