विकलांग महिला की पीड़ा सुनने के लिए जब सीढ़ी पर बैठ डीएम मनीष कुमार वर्मा,सभी ने कहा ये है सादगी



जौनपुर। जनपद के जिलाधिकारी पद पर आसीन आईएएस अधिकारी मनीष कुमार वर्मा को ना पद का गुरूर ना ही कोई तानाशाही प्रवृत्ति बस केवल एक जनून कि पीड़ित और महिला अथवा को न्याय दिलाना और जनपद के विकास कार्यो को किसी तरह गति देना लक्ष्य मान कर प्रतिदिन जनपद में अपने काम को अंजाम देने में जुटे हुए है। 
जी हां उपरोक्त बातों की पुष्टि उस समय दृष्टिगोचर हुई जब जिलाधिकारी जौनपुर मनीष कुमार वर्मा एक पीड़ित विकलांग महिला की पीड़ा सुनने और उसे न्याय दिलाने के लिए खुद महिला के पास पहुंच कर उसके निकट जमीन पर यानी सीढ़ी पर बैठ गये और पूरे मनोयोग के साथ महिला का दर्द सुने इसके बाद महिला को न्याय दिलाने का वादा करते हुए तत्काल सम्बन्धित अधीनस्थ अधिकारी को निर्देश दिया कि पीड़िता के साथ न्याय किया जाए। इस अवसर पर डीएम मनीष कुमार ने पीड़ित महिला से यह भी कहा कि आप को अब आने की जरूरत नहीं अपना मोबाइल नंबर देते हुए कहा कि काम न होने पर एक फोन कर दें। किसी भी दशा में न्याय मिलेगा। इस संदर्भ में डीएम मनीष कुमार वर्मा कहते है मुख्य लक्ष्य है पीड़ित को न्याय देना कहां बैठना है यह कोई मायने नहीं रखता है। 
डीएम के इस मनवता भरे कार्य को देख कर महिला जहां डीएम को आशिर्वाद देती दिखी वहीं पर उपस्थित जन डीएम के सादगी की प्रसंसा करते दिखे।साथ डीएम मनीष कुमार वर्मा की सादगी जनपद के सभी अधिकारियों को एक बड़ा संदेश दिया कि आम जनता के प्रति अधिकारी बनने के बजाय उनका अपना बन कर जनपद की समस्याओ को दूर करते विकास कार्यो को गति प्रदान करें।
यहां यह भी बता दें कि जिलाधिकारी प्रतिदिन जनता से मिलने के पश्चात जनपद के विकास की चल रही परियोजनाओ चाहे मेडिकल कॉलेज हो,अथवा पुल, सड़क आदि सभी को गति दिलाने के लिए पूरे दिन भ्रमण रत नजर आते है। इनके प्रयास से जहां मेडिकल कॉलेज लोकार्पण की स्थिति में पहुंच रहा है वहीं मिर्जापुर मार्ग पर सिटी स्टेशन के निकट बनने वाला ओवर ब्रिज आम जन को समर्पित होने की तैयारी में नजर आ रहा है। इस तरह जनपद की सभी परियोजनाओ के कार्य तेज गति से आगे बढ़ते नजर आ रहे है।

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