जिला पंचायत के दो दर्जन सदस्य कहां और किसके पक्ष में है गायब, इसका सच तलाश रही है आवाम
जौनपुर। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को लेकर नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद यहां जनपद में प्रतिदिन कोई न कोई नयी सनसनीखेज खबरें वायरल हो रहीं है। नामांकन प्रक्रिया के बाद दूसरे दिन अपना दल के नेताओ ने अपने सहयोगी दल भाजपा पर गठबंधन धर्म नहीं निभाने का आरोप लगाया इसके बाद भाजपा और अपना दल एस के बीच चुनाव को लेकर रार पैदा हो गयी है।
दूसरी खबर वायरल हुई है कि जिला पंचायत के लगभग दो दर्जन सदस्यों का लोकेशन नहीं मिल रहा कहां गये है किसकी कैद में है यह एक बड़ा एवं गम्भीर सवाल खड़ा हो गया है लेकिन आयोग द्वारा भेजे गये अधिकारी अथवा अन्य जिम्मेदार लोग बेखबर है। वायरल खबर पर विश्वास करें तो सदस्य गण किसी प्रत्याशी के कब्जे में जनपद के बाहर वायुमार्ग से कहीं लेजाकर रखे गये है ताकि उनकी मुलाकात किसी दूसरे प्रत्याशी से मुलाकात न हो सके। ऐसे सभी सदस्यों के सम्पर्क नम्बर भी आफ हो गये है।
यहां सवाल यह है कि सदस्यों का अपहरण हुआ है अथवा सदस्य गण खुद अपने वोट की कीमत वसूल कर अपनी स्वेक्षा से किसी प्रत्याशी के पक्ष में गये है यह तो जांच का बिषय है। लेकिन सदस्यों जनपद में न होना सरकारी तंत्र पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है। ये घटनायें संकेत दे रही है कि जिला पंचायत अध्यक्ष के इस चुनाव में लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म हो गया है। धनतंत्र के आधार पर चुनाव हो रहा है। जनपद में न मिलने वाले सदस्यों पुरूष के साथ महिला सदस्य भी शामिल बतायी जा रही है।
यहां बता दें कि चुनाव तीन जुलाई को होगा इससे पहले कितने सदस्य जिले से नदारत होंगे यह सवाल आम जनों के बीच चल रहा है।हलांकि जिम्मेदार लोग का कथन है कि जब तक किसी सदस्य अथवा उसके परिजन लिखित शिकायत नहीं करते है तब तक किसी तरह की विधिक कार्यवाई नहीं की जा सकती है।
Comments
Post a Comment