कोरोना के तीसरी लहर की दस्तक,अब तक देश के इन 08 राज्यों डेल्टा वेरिएंट के मिले मरीज, WHOने बताया बेहद खतरनाक
देश में कोरोना वायरस के दूसरी लहर का कहर अब काफी हद तक कम हो चुका है। हालांकि इस बीच कोरोना के तीसरी लहर की आशंका तेज हो गई है। देश के कई राज्यों में कोविड-19 के डेल्टा वेरिएंट की वजह से खतरा बढ़ गया है। उधर, भारत के महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पंजाब जैसे कुछ राज्यों में डेल्टा प्लस वेरिएंट की भी एंट्री हो चुकी है। बता दें कि दुनिया के 85 से ज्यादा देशों में कोविड-19 की दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बेहद खतरनाक घोषित किया है। संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनम घेब्रेसियस ने शुक्रवार को कहा कि भारत में चिह्नित किया गया डेल्टा वेरिएंट अब तक पहचाने गए कोरोना के सभी वेरिएंट में सबसे ज्यादा संक्रामक है। उन्होंने डेल्टा वेरिएंट को लेकर सभी देशों को सतर्क किया है। उनका कहना है कि गरीब देशों में वैक्सीन की कमी की वजह से डेल्टा और तेजी से फैला है।
खबर है कि भारत के 8 राज्यों महाराष्ट्र, दिल्ली, केरल, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और तेलंगाना में डेल्टा वेरिएंट के 50 फीसदी केसेस मिले हैं। आपको बता दें कि अब तक देश में 174 जिलों में डेल्टा के मिलने की पुष्टि हो चुकी है। जबकि अब तक 12 राज्यों में डेल्टा प्लस के मामले भी सामने आ चुके हैं। डेल्टा प्लस वेरिएंट को सरकार ने हाल ही में गंभीर वेरिएंट करार दिया है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राष्ट्रीय महामारी नियंत्रण केंद्र के निदेशक डॉ. सुजीत कुमार सिंह ने बताया कि देश में अब तक 21,109 सैंपल में अल्फा, बीटा, गामा और कापा जैसे गंभीर वेरिएंट की पुष्टि हो चुकी है। बताया जा रहा है कि भारत में दूसरी लहर से पहले फरवरी और मार्च में सबसे ज्यादा अल्फा वेरिएंट पाया गया, जबकि मई और जून में करीब 90 फीसदी सैंपल में डेल्टा की पुष्टि हो रही है।
बता दें कि सबसे पहले डेल्टा वेरिएंट भारत में चिन्हित किया गया था। बीते साल दिसंबर में देश के एक जिले में एक व्यक्ति डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित मिला था। हालांकि इसके बाद मार्च 2021 तक देखते ही देखते 54 जिलों में डेल्टा की दस्तक हो गई, लेकिन अब यह 35 राज्यों के174 जिलों में अपने पैर पसार चुका है। सबसे पहले यह महाराष्ट्र में मिला था। डेल्टा प्लस की इन राज्यों में हुई एंट्री वहीं, अगर बात की जाए डेल्टा प्लस वेरिएंट की तो इस स्वरुप के सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 20 केस, तमिलनाडु में 9, मध्य प्रदेश में 7, केरल में 3, पंजाब व गुजरात में 2, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, कर्नाटक और जम्मू-कश्मीर में एक एक मामले सामने आ चुके हैं। डेल्टा प्लस वेरिएंट के खतरे को देखते हुए हाल ही में महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
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