अनुभवः पॉजिटिव बातें कोरोना संक्रमित व्यक्ति को ठीक करने में है सहयोगी - सुमित सिंह
जौनपुर। कोरोना महामारी कुछ समय के लिए है परंतु रिलेशन हमेशा के लिए है। सरकार एवं कोविड 19 के प्रोटोकॉल के नियमों का पालन करते हुए कोरोना महामारी से बचा जा सकता है। अगर कोरोना संक्रमण हो भी जाता है तो पॉजिटिव सोच ही कोरोना जैसी महामारी को ठीक भी कर सकता है। कोरोना संक्रमण से ठीक होने वाले हर उम्र, लिंग, समुदाय के लोग हैं इसी कड़ी में सूचना विभाग, जौनपुर के निवासी, 32 वर्षीय सुमित सिंह ने अपने अनुभव बताया कि कोरोना के समय हो सके तो फोन के माध्यम अपने दोस्तो के सम्पर्क में रहे और सकारात्मक बातें करे। फोन पर दोस्तों से बात करते समय नकारात्मक बातें न करें, क्योंकि आज के समय में हर व्यक्ति के मन में भय सा बना हुआ है और अगर उस व्यक्ति को कोरोना संक्रमण है, तो वह व्यक्ति घबरा जा रहा है। हम सकारात्मक बातें करते हैं तो हम उस व्यक्ति को स्वस्थ होने में सहयोग देते है। उन्होंने बताया कि उन्हें 14 अप्रैल, 2021 को बुखार आ गया था और फिर धीरे धीरे खाने में स्वाद भी चला गया था और मन में यह आता था कि उन्हें कोरोना हो गया है, हमने खुद को होम आइसोलेशन कर लिया और डाक्टर के परामर्श से दवा लेते रहे, आराम किए, योग प्राणायाम को जीवन में सम्मिलित करते हुए अब स्वस्थ हैं। सुमित का कहना है कि इस दौरान मैंने बस उन लोगों से बातें किया जो हमसे पॉजिटिव बात करते थे, मैं सभी लोगो से अपील करना चाहता हूं कि आप लोग इस कोरोना महामारी में अपना संबंध खराब न करें, हो सके तो फोन के माध्यम से संपर्क बनाए रखें और सकारात्मक बातें ही करें, जिससे कोरोना पॉजिटिव हुए रोगी को जल्द आराम मिले, साथ की सरकार की गाइड लाइन का पालन अवश्य करे और कोरोना के टीकाकरण में भागीदार बने।
Comments
Post a Comment