प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में स्लाट मिलने के बाद भी लोगों को नहीं लगी वैक्सीन, जाने क्या है पूरी कहानी



मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा व्यवस्था को लेकर वाराणसी के दौरे के दूसरे ही दिन ही अव्यवस्थाओ से जनता को रूबरू होना पड़ा। कोरोना से लड़ाई के लिए हो रही व्यवस्था की प्रगति जानने के साथ ही समीक्षा मुख्यमंत्री ने बीते रविवार को किया था। खासतौर से वैक्सीनेशन में लापरवाही नहीं बरतने और तीसरी वेब को लेकर भी अधिकारियों को अलर्ट रहने को कहा था। इसके बाद उनको वापस लौटते ही दूसरे दिन सोमवार को ही इसे लेकर कोई अलर्टनेस नहीं दिखाई दी। कम से कम जिला अस्पताल एवं ईएसआईसी अस्पताल पर तो नहीं दिखी। यहां रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भी लोगों का टीकारण नहीं हो सका। इससे लोग आक्रोशित भी हो गये थे। लोग सुबह से ही अस्पताल पर पहुंचकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे। दोपहर करीब एक बजे के बाद उन्हें पता चला कि वैक्सीन खत्म हो गई है। 
लोगों ने वैक्सीन नहीं लगने पर अपने गुस्से का इजहार किया करते हुए प्रदर्शन किया। लोगों ने कहा कि रजिस्ट्रेशन होने के बाद मुश्किल से स्लाट मिल रहा है। अब स्लाट मिला और वैक्सीन लगवाने यहां पहुंचे तो सुबह से खड़े रहने के बाद वैक्सीन खत्म होने की बात कही जा रही है। अगर वैक्सीन की कमी थी तो स्लाट क्यों दिया गया। आखिर बिना वैक्सीन ही रजिस्ट्रेशन क्यों हो रहा है। अधिकारियों को अपने पास मौजूद वैक्सीन की संख्या के बारे में भी जानकारी नहीं है। कई लोग इस बात को लेकर परेशान थे कि अगली बार स्लाट पता नहीं कब मिल पाएगा। उन्हें सही जानकारी देने वाला कोई जिम्मेदार नहीं था।
स्लॉट बुकिंग में भी समस्या
18 से 44 वर्ष के लोगों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद स्लॉट बुकिंग के लिए परेशान होना पड़ा रहा है। वाराणसी के अर्दली बाजार की रहने वाली देविका गुप्ता को दो बार स्लाट मिला लेकिन मैसेज नहीं आया। पांडेयपुर की दीपा ने 28 अप्रैल को ही रजिस्ट्रेशन करा लिया है लेकिन स्लाट ही नहीं मिल रहा है। स्लाट नहीं मिलने की परेशानी आम हो गई है। स्लाट खुलने का समय भी निर्धारित नहीं है। कई बार इसके खुलने के कुछ मिनट के अंदर ही सारा स्लाट फुल हो जा रहा है।

Comments

Popular posts from this blog

इंजीनियर आत्महत्या काण्ड के अभियुक्त पहुंच गए हाईकोर्ट लगा दी जमानत की अर्जी सुनवाई सोमवार को फैसले का है इंतजार

त्योहार पर कानून व्यवस्था दुरुस्त रखने एवं हर स्थित से निपटने के लिए बलवा ड्रील का हुआ अभ्यास,जाने क्या है बलवा ड्रील

जानिए इंजीनियर अतुल सुभाष और पत्नी निकिता के बीच कब और कैसे शुरू हुआ विवाद, आत्महत्या तक हो गई