मोदस्सिर ने विदेश में रहकर अपने वतन की मिट्टी से रखा लगाव, पेश की वतन परस्ती की मिशाल - डा. यदुवंशी
कोरोना काल में मदद का हाथ बढा़कर हाकी खिलाड़ी मोहम्मद मोदस्सिर ने पेश की मानवता की मिशाल
जौनपुर। नगर के अटाला मस्जिद निवासी प्रदेश स्तर के पूर्व हाकी खिलाड़ी व राष्ट्रीय स्तर के रंगकर्मी मो. मोदस्सिर यूं तो रोजी रोटी के लिए ओमान में नौकरी करते हैं , लेकिन उनकी वतन परस्ती का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि, कोरोना काल की महामारी में जनपद के लोगों के लिए अपनी सहृदयता रखने वाले मोदस्सिर ने सहायता के रुप में दस हजार रुपये का सहयोग छात्र जीवन के अपने आदर्श छात्र नेता व मित्र अखिल भारतीय विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष रहे डा. ब्रजेश यदुवंशी खाते में भेजकर कोरोना पीडि़त मरीजों के सहयोग में खर्च करने का आग्रह किया साथ ही भरोसा दिया कि जब भी हो सकेगा यथा संभव सहयोग की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि यह रकम यूं तो छोटी है लेकिन ऐसा ही छोटा छोटा प्रयास और साधन समपन्न लोग करें तो स्थिति बेहतर हो सकती है और जरुरतमंदों के लिए आशा की किरण साबित हो सकती है। अपनी तरफ से बहुत कुछ करने की चाह रखने वाले मोदस्सिर ने कहा कि सीमित संसाधन में किसी के काम आ सका तो खुद को भाग्यशाली समझूंगा । वतन से दूर रहकर भी वतन की याद और यहां के लोगों के लिए सलामती की भावना रखने वाले वतन परस्त मोदस्सिर की हर ओर तारीफ हो रही है। मोदस्सिर के द्वारा भेजी गयी सहयोग राशि को जरुरतमंदो तक पहुंचाने की जिम्मेदारी निभाने वाले डा. ब्रजेश यदुवंशी ने कहा कि आज हमारे समाज में मोदस्सिर जैसे वतनपरस्त इंसान की जरुरत है जिन्होंने विदेश में रहकर भी अपनी मिट्टी की खुश्बू को संभाल कर रखने और यहां के लोगों की पीडा़ व दर्द को समझने का काम किया और इंसानियत की मिशाल पेश की है हम ऐसे वतनपरस्त व इंसानियत की मिशाल पेश करने वाले मोदस्सिर की भावनाओं की कद्र करते हैं ।
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