सवाल आखिर सरकार ने आवाम को महामारी से मरने के लिये क्यों छोड़ा - धर्मेन्द्र निषाद
जौनपुर। कोरोना संक्रमण काल में प्रतिदिन बड़ी संख्या में में हो रही मौतों को लेकर सरकारी व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए कांग्रेस के प्रदेश सचिव धर्मेन्द्र निषाद ने सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। सरकार की सभी व्यवस्थाओं को फेल बताते हुए कहा कि प्रदेश की जनता के सुरक्षा का उपाय करने के बजाय चुनाव कराने वाली प्रदेश की भाजपा सरकार को बर्खास्त कर के यूपी में राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए।
श्री निषाद ने कहा कि आज कोरोना संक्रमण से प्रदेश के श्मशान घाटों की स्थिति यह हो गया है कि लाशों को जलाने के लिए टोकेन लेना पड़ रहा है सरकार को न्याय पालिका ने चेतावनी दी फिर भी नहीं माने पंचायत चुनाव करा रहे थे। इससे यह साबित होता है कि भाजपा को आवाम के जीवन से कोई लेना देना नहीं है उसे केवल सत्ता चाहिए चाहे जैसे हासिल हो। पंचायत चुनाव के चलते आज कोरोना संक्रमण शहर से गांव तक बुरी तरह से फैला हुआ है और इससे बचाव अथवा उपचार की व्यवस्था सरकार नहीं कर सकी है परिणाम सामने है लोग असमय काल के गाल में समा रहे हैं।
प्रदेश के अस्पतालों में दवा नहीं है तो आक्सीजन की मारा मारी हो रही है लोगों को बेड नहीं मिल रहा है। कोरोना का इन्जेक्शन की कालाबाजारी हो रही है। आपदा में अवसर की तलाश किया जा रहा है। सरकार को इसका कोई गम नहीं है। श्री निषाद ने कहा कि सरकार को पहले जन मानस के जीवन का ध्यान देना चाहिए था चुनाव तो बाद में भी हो सकते थे। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव खत्म होने के बाद अब सरकार न्याय पालिका के रास्ते पर चल रही है। दो दिन तीन दिन का लाक डाउन लागू कर रही है यही काम इसे पहले करना चाहिये था जो नहीं किया जिसका परिणाम आज प्रदेश की जनता भुगतने को मजबूर है। ऐसी नाकाबिल सरकार को सत्ता से बेदखल करना चाहिए। श्री निषाद ने अब प्रदेश की जनता से अपील किया है कि समय आ गया है ऐसी जन विरोधी सरकार को सत्ता उखाड़ कर फेंक दिया जाना चाहिए ।
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