पंचायत चुनाव परिणाम के पहले आने लगे रंजिसों के परिणाम,चटकने लगी लाठियां



जौनपुर। पंचायत चुनाव के परिणाम भले ही दो मई को आयेगा लेकिन इस चुनाव के रंजिसों का परिणाम आने लगा है। चुनावी रंजिस को लेकर जमीनी विवादों के बहाने लाठियां चटकने लगी है। तो हत्याओ का सिलसिला चल पड़ा है। इसका कुप्रभाव कानून व्यवस्था पर भी नजर आने लगा है। चुनाव के दिन 15 अप्रैल से अब तक के आंकड़े पर नजर डाला जाये तो एक हत्या के साथ दो दर्जन से अधिक लोग के रक्त बहाये गये हैं। 
यहाँ बता दे जिले के थाना महराजगंज स्थित ग्राम मजीठी में पंचायत चुनाव के लिये हुए मतदान के दूसरे ही दिन 16 अप्रैल को चुनावी रंजिस को लेकर जमीनी विवाद के बहाने दो पक्षों माताफेर सिंह और सभाजीत सिंह के परिवार में जम कर लाठियां चटकी धार दार हथियारों का प्रयोग हुआ इस घटना में एक पक्ष से गम्भीर रूप से घायल प्रमोद कुमार सिंह 40 वर्ष की उपचार के दौरान अस्पताल में मौत हो गयी। खबर है कि प्रमोद मुम्बई में रोजी रोटी के सिलसिले में रहता था पंचायत चुनाव में वोट देने के लिए घर आया था और चुनावी रंजिस ने उस हमेशा के लिए गहरी नींद में सुला दिया। हालांकि  घटना के पश्चात पुलिस भी मुकदमा दर्ज कर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज कर अपनी जिम्मेदारियों से मुक्त हो गयी है। लेकिन दोनों पक्षों के बीच अभी भी गहरा तनाव बना हुआ है। 
इस घटना के दूसरे ही दिन यानी 17 अप्रैल 21 को थाना खेतासराय स्थित ग्राम मानीकलां में पंचायत चुनाव की रंजिस को लेकर अमीर पुत्र तौकीद के उपर प्राण धातक हमला किया गया। यहां पर हमलावरो ने पुरूष को बचाने आयी महिलाओं को भी जम कर मारा पीटा और उनके साथ अश्लील हरकतें भी किया है। इस घटना के बाबत पुलिस ने भी तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर अपनी जिम्मेदारियों से मुक्त हो गयी है। हालांकि इस घटना के अभियुक्त अभी पुलिस पकड़ से दूर बताये जा रहे हैं। घायलो का इलाज अस्पताल में चल रहा है। 
पंचायत चुनाव के दिन मतदान प्रक्रिया के दौरान ही थाना बक्शा क्षेत्र स्थित ग्राम मुस्तफाबाद में दो यादव पक्ष आपस में भीड़ गये और मारपीट शुरू कर दिया। खबर है कि यहां पर बीएलओ की ड्यूटी कर रही महिला ने अपने साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए थाने पर तहरीर दिया लेकिन पुलिस इस घटना को लेकर किसी तरह की कार्रवाई से परहेज कर लिया है। इस घटना को लेकर गांव में गहरा तनाव बना हुआ है। जन मत है कि परिणाम आने के बाद यह रंजिस बड़ी घटना का कारण बन सकती है। 
इस तरह पंचायत चुनाव के महज तीन दिन में चुनावी रंजिस के आ रहे परिणाम संकेत दे रहे हैं कि परिणाम आने के बाद पंचायत चुनाव की रंजिसे जिले की कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर सकती है। ऐसा माना जा रहा है कि अगर पुलिस प्रशासन सक्रिय एवं सतर्क न रहा तो जिले की कानून व्यवस्था धड़ाम से गिरने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। 

Comments

Popular posts from this blog

इंजीनियर आत्महत्या काण्ड के अभियुक्त पहुंच गए हाईकोर्ट लगा दी जमानत की अर्जी सुनवाई सोमवार को फैसले का है इंतजार

त्योहार पर कानून व्यवस्था दुरुस्त रखने एवं हर स्थित से निपटने के लिए बलवा ड्रील का हुआ अभ्यास,जाने क्या है बलवा ड्रील

जानिए इंजीनियर अतुल सुभाष और पत्नी निकिता के बीच कब और कैसे शुरू हुआ विवाद, आत्महत्या तक हो गई