कुछ घरेलू नुस्खे से कोरोना संक्रमण का पता जाने कैसे लगा सकते है



जौनपुर। कोरोना की दूसरी लहर बेहद  खतरनाक ढंग से फैल रही है। संक्रमण का सबसे अधिक खतरा बच्चों और युवाओं को है। ये संक्रमण इसलिए और भी खतरनाक है क्योंकि बड़ी तादाद ऐसे लोगों की है जिन्हे यह पता ही नहीं है कि वह कोरोना पॉजिटिव हैं। ऐसे लोगों से यह वायरस और तेजी से दूसरे लोगों को संक्रमित कर रहा है। अस्पतालों में बेड फुल हो चुके हैं। ऐसे में सावधानी ही बचाव है। क्योंकि कई बार लक्षणविहीन मरीजों की हालत अचानक गंभीर हो जाती है और डॉक्टरों को समय बहुत कम मिल पाता है। ऐसे में अन्य बातों के अलावा सूंघने की क्षमता का परीक्षण करते रहना आवश्यक है। ये पांच वस्तुएं हैं लहसुन, पुदीना, नारियल तेल, इलायची और सौंफ।
बुखार होने पर खुद को कोरंटाइन कर लें। सामान्य बुखार मानकर लोगों से मिलते जुलते न रहें। सूखी खांसी आने पर सतर्क हो जाएं। दूसरे लोगों के संपर्क में आने से बचें। जुकाम होने पर भी दूसरे लोगों से दूरी बना लें। बिना वजह होने वाली थकावट का बढना भी कोरोना का लक्षण है। यदि किसी को डायरिया हुआ है तो भी उसे सावधान हो जाने की जरूरत है। सिरदर्द या बदन दर्द कुछ देर में ठीक नहीं होता तो यह भी कोरोना संक्रमण का लक्षण हो सकता है। 
कोविड का एक बड़ा लक्षण है कि संक्रमित होने पर पीड़ित व्यक्ति की सूंघने की क्षमता चली जाती है। इसके अलावा यदि स्वाद चला गया है तो यह भी कोरोना का लक्षण हो सकता है। यदि किसी व्यक्ति को खांसी जुकाम न होने पर भी गंध न आ रही हो तो यह संक्रमण का प्रारंभिक चेतावनी संकेत है। नेशनल एग्री-फूड बायोटेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट मोहाली और पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च चंडीगढ़ के शोधकर्ताओं ने पाया है कि COVID -19 से संक्रमित लोग केवल कुछ गंधों और सुगंधों को सूंघने या उसका पता लगाने में सक्षम नहीं हैं।  कोरोना संक्रमित लोगों को घरों में अमूमन रहने वाली इन पांच वस्तुओं की गंध नहीं आती है। शोध में यह बात पता चली है कि कोरोना संक्रमित लोग इन पांचों वस्तुओं या इनमें से किसी एक की सुगंध पहचानने में असमर्थ थे। ये पांच वस्तुएं है लहसुन, पुदीना, नारियल तेल, इलायची और सौंफ। और ये परीक्षण आप घर पर ही करके सतर्क हो सकते हैं।

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