नीता अंबानी का विरोध शुरू बीएचयू की तरफ से विजिटिंग प्रोफेसर का प्रस्ताव,धरने पर बैठे छात्र
आरोप सरकार के इशारे पर विश्वविद्यालय को पूंजी पतियों के हाँथ सौंपने का षड़यंत्र कर रहा है बीएचयू प्रशासन
बीएचयू में नीता अंबानी सहित पूंजीपतियों को विजिटिंग प्रोफेसर बनाने के मुद्दे पर छात्र आंदोलित हो गए हैं। मंगलवार को छात्र कुलपति आवास का घेराव कर धरने पर बैठ गए थे। छात्रों का आरोप है कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के लोग सरकार के इशारे पर पूंजीपतियों के हाथ में इस विश्वविद्यालय को सौंपने की षड़यंत्र कर रहे हैं। यह होने नहीं दिया जाएगा। जब तक प्रस्ताव रद्द नहीं किया जाता तब तक वह इस मामले के विरोध में आवाज बुलंद करते रहेंगे।
बताया जा रहा है कि इस मुद्दे को लेकर बीएचयू के कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने सामाजिक विज्ञान संकाय के डीन समेत उच्चाधिकारियों को वीसी लाज बुलाया है। अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही छात्रों को बैठक के निष्कर्षों से अवगत कराया जाएगा। वीसी लाज पर जुटे छात्र नीता अंबानी, ऊषा मित्तल और प्रीति अडानी का विरोध करते हुए उन्हें विजिटिंग प्रोफेसर का पद न दिए जाने की मांग करते हुए नारेबाजी करने लगे। वीसी लॉज के साथ ही सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर छात्र मुखर हो गए हैं।
रिलांयस फाउंडेशन की अध्यक्ष और रिलांयस इंडस्ट्रीज की कार्यकारी निदेशक नीता अंबानी को बीएचयू में महिला अध्ययन का पाठ पढ़ाने का दायित्व देने की तैयारी शुरू की गई थी। उन्हें बीएचयू के महिला अध्ययन और विकास केंद्र में विजिटिंग प्रोफेसर बनाने का प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है। बीएचयू के सामाजिक विज्ञान संकाय की ओर से 12 मार्च को यह प्रस्ताव भेजा गया था। उन्हें बनारस सहित पूर्वांचल भर में महिलाओं का जीवनस्तर सुधारने के लिए बीएचयू में शिक्षण प्रशिक्षण से जुडऩे का आग्रह किया गया था।
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