दिव्यांग विश्वविद्यालय के कुलपति ने कौशांबी के दृष्टि बाधित छात्रों को दिया ब्रेल किट
पद्म विभूषण जगदगुरु रामभद्राचार्य द्वारा संस्थापित जगदगुरू रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय दिब्यांग छात्रों की शिक्षा, रोजगार व पुनर्वास के क्षेत्र में हमेशा अग्रणी भूमिका निभा रहा है। आज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० योगेश चन्द्र दुबे , कुलसचिव डा०महेंद्र उपाध्याय, वित्त अधिकारी आर० पी० मिश्रा, पीआरओ एस० पी० मिश्रा , शंशाक शेखर मिश्रा असिस्टेंट प्रोफेसर, अमृंतांशु मिश्रा क्रीडा अधिकारी, डा०सचिन उपाध्याय चिकित्सा अधिकारी द्वारा संयुक्त रूप से चंदन मेमोरियल आवासीय दिब्यांग विद्यालय , जी टी रोड , कौशांबी के 08 दृष्टि बाधित छात्रों को पढ़ने के लिए ब्रेल किट दिया गया।
कुलपति प्रो० योगेश चंद्र दुबे ने कहा कि आज इन सभी छात्रों को अपने शैक्षिक योग्यता को बढ़ाने में मदद मिलेगी। दृष्टि बाधितों को ब्रेल लिपि सदैव उपयोगी है। ब्रेल लिपि में आज पुरा विश्व नयी - नयी तकनीकी विकास हो रहा है। डिजिटल लॉकर, डिजी बुक , डी जी पलेयर आपके शैक्षणिक विकास में उपयोगी सिद्ध हो रहा है। चंदन मेमोरियल विधालय प्रंबधन सामाजिक व शैक्षणिक दृष्टि में क्षेत्र के बालकों के लिए बहुत ही अच्छा कार्य कर रहा है। हम इसके लिए बहुत बधाई देते है। दिब्यांग विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर शंशाक शेखर मिश्रा ने कहा कि इस सभी बच्चों में बहुत ही अलग मेधा शक्ति है। ब्रेल आपके शैक्षणिक जीवन में बहुत ही उपयोगी है ब्रेल लिपि में विभिन्न भाषाओं में पुस्तकें उपलब्ध है। पीआरओ एस० पी० मिश्रा ने बताया कि विधालय प्रबंधन दृष्टि बाधित बालकों को शैक्षिक भ्रमण करने के लिए आए हैं जो विश्वविद्यालय में चिकित्सा विज्ञान विभाग, ललित कला विभाग, केंद्रीय पुस्तकालय, औषधि उधान, क्रीड़ा विभाग आदि का भ्रमण किया। इस अवसर पर विकलांग विधालय के प्रंबधक राजकुमार , असिस्टेंट प्रोफेसर सुरचि यादव , संजय त्रिपाठी, आदि उपस्थित रहे।। उक्त जानकारी पीआरओ एस० पी० मिश्रा ने दी।
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