पूर्वांचल विश्वविद्यालय से सम्बद्ध निजी कालेजों की होगी जांच, शिक्षकों का भी होगा सत्यापन



जौनपुर।  वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के निजी कालेजों की जांच की  जायेगी।कुलसचिव महेंद्र कुमार ने जानकारी दिया कि शासन स्तर से निजी कॉलेजों की जांच का आदेश आया है। इसके लिए जिलाधिकारी स्तर से कमेटी बनाई जानी है। जांच में मान्यता से लेकर तय शुल्क आदि का परीक्षण किया जाएगा। अध्यापन कार्य करने वाले अध्यापकों का सत्यापन मानक के अनुसार कराया जाएगा। कमेटी को 10 मार्च तक जांच कर शासन को अपनी रिपोर्ट देनी है ।
कुलसचिव के अनुसार शासन स्तर से विशेष सचिव उच्च शिक्षा अब्दुल समद ने पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलसचिव व जिलाधिकारी को पत्र भेजा है। इसके तहत बीएड व अन्य समस्त पाठ्यक्रमों को  संचालित करने वाले निजी संस्थाओं के विश्वविद्यालय, शिक्षा विभाग के अधिनियम व शासनादेशों के तहत निर्धारित मानकों की जांच के लिए प्रत्येक जिले में समिति गठित की जानी है। पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध  जौनपुर, मऊ, गाजीपुर, मऊ व प्रयागराज (हंडिया) में कुल 350 बीएड कालेज हैं, जिनकी जांच पहले की जाएगी। इसके बाद अन्य महाविद्यालयों की जांच होगी। 
उन्होंने कहा कि समिति के अध्यक्ष कुलसचिव  होंगे तो वरिष्ठता के आधार पर अपर जिलाधिकारी व उप जिलाधिकारी, क्षेत्रीय  उच्च शिक्षा अधिकारी स्तर के दो सदस्य बनाए जाएंगे। इस समिति को सभी बिदुओं  की तथ्यात्मक जांच कर अपनी रिपोर्ट दस मार्च तक प्रमुख सचिव समाज कल्याण  के माध्यम से प्रस्तुत करनी है। उन्होंने कहा कि सस्थाओं की मान्यता, पाठ्यक्रम की मान्यता, पाठ्यक्रम में स्वीकृत सीट, तय शुल्क आदि का  परीक्षण होगा। अध्यापन कार्य करने वाले अध्यापकों की मानक के अनुसार  न्यूनतम अर्हता व सत्यापन के दौरान संस्थाओं में कार्यरत अध्यापकों की  शैक्षिक अर्हता व सक्षम स्तर से अध्यापकों का अनुमोदन, स्वीकृति आदि का  परीक्षण। संस्थानों में अध्ययन, अध्यापन कार्य के लिए कक्ष की संख्या व आवश्यक आधारभूत ढांचा आदि का परीक्षण, सत्यापन कराया जाएगा। संस्थान जिस  भूमि पर चल रहा है, उस भूमि पर अन्य प्रकार के संस्थाओं का परीक्षण,  सत्यापन कराया जाएगा। एक ही भवन में एफिलियेटिग एजेंसियों से गलत तथ्यों को दशार्कर अनियमित तरीके से मान्यता प्राप्त कर संचालित कर रहे  है। 

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