डीएम के आदेश पर एआरटीओ कार्यालय के दलाल पर मुकदमा,पुलिस की तलाश शुरू
जौनपुर। भ्रष्टाचार और दलाली को लेकर सुर्खियों में रहने वाले एआरटीओ कार्यालय पर जिलाधिकारी के छापे के बाद हड़कंप मच गया है। आज डीएम मनीष कुमार वर्मा सहायक सम्भागीय परिवहन कार्यालय पर धमक पड़े। जहां हर पटल पर बारीकी से निरीक्षण किया वही लाइसेंस बनवाने लिए आये अभ्यार्थियों से बातचीत भी किया। एक अभ्यार्थी ने बताया कि उसका लाइसेंस बनवाने के लिए एक बिचैलियें साढ़े तीन सौ की जगह 36 सौ रूपये लिया है। इतना सुनते ही डीएम के तेवर तल्ख हो गये। उन्होने तत्काल उस बिचैलिये को चिन्हित करके उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया। निरीक्षण में सरकार के एक मंत्री का चहेता कर्मचारी भी नदारत मिलने पर उसका एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिया। डीएम के तेवर से विभागीय अधिकारी, कर्मचारी और दलालों में हड़कंप मच गया है।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने वहां पर उपस्थित लाइसेंस बनवाने वालों से बात की। पूछा कि लाइसेंस बनवाने के लिए कितने रुपये लिए जा रहे हैं। लोगों ने बताया कि लाइसेंस बनवाने आए मंगल प्रजापति निवासी राशिदाबाद विशेश्वरपुर ने बताया कि हमारा लाइसेंस बनवाने के लिए 3600 रुपये बिचौलिए ने लिया है। डीएम का आदेश मिलने के बाद अशोक कुमार सम्भागीय निरीक्षक सहायक सम्भागीय की तहरीर पर थाना लाइनबाजार आरोपी दिवाकर के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 40/21 से धारा 406 व 420 के तहत मुकदमा दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू कर दिया गया है मुकदमा पंजीकृत होने के बाद यहाँ अब दलालों में हड़कंप मचा हुआ है।
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