अब तो हद हो गई बहसी दरिन्दों से नहीं बच पायी सात साल की बेटी,चल रहा है उपचार
उत्तर प्रदेश के जनपद कुशीनगर में दरिंदगी की हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। सात साल की मासूम जो पूआल के नीचे बेहोश अवस्था में खून से लथपथ मिली दरिन्दों ने दुष्कर्म कर उसे फेंक दिया था जिसे देख पिता के होश ही उड़ गए। लगातार रक्तस्त्राव होता देख पिता मासूम को इलाज के लिए दर-दर भटके लेकिन कहीं इलाज ही नहीं मिला। जिसके बाद रेप पीड़िता को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराने के लिए जाना पड़ा। फिर वहां पर 6 घंटे बाद मासूम को आईसीयू (ICU) में भर्ती करके इलाज शुरू किया। तब मासूम बिटिया का दो घंटे तक ऑपरेशन चला और ऑपरेशन के बाद आईसीयू और होश आने पर इमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है।
6 घंटे बाद कुशीनगर पुलिस ने अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में बिटिया का बयान दर्ज किया है। ऐेसे में डॉक्टरों के अनुसार, हालत में सुधार है। यहां आने से पहले भी पीड़िता को लेकर पिता दर-दर की ठोकर खाता रहा, लेकिन किसी ने एक बार भी नहीं सुनी गई।
ऐसे में सामने आयी जानकारी के अनुसार,7 साल की मासूम का शुक्रवार की रात उस समय अपहरण कर लिया गया था, जब वह रोटी खाती हुई घर से बाहर निकली थी। उसके बाद गांव के बाहर एक खेत में लेकर जाकर दुष्कर्म किया। जिससे मासूम वहीं बेहोश हुई, तो पुआल के नीचे दबा दिया गया।
मासूम पीड़िता के पिता ने बताया कि जब बच्ची काफी देर घर नहीं आई, तो उसकी खोजबीन की गई। गांववालों ने मदद की तो बेटी गांव के बाहर रखे पुआल के एक ढेर में दबाकर रखी मिली। जहां वो बेहोशी की अवस्था में थी। और मासूम खून से पूरी तरह से लथपथ थी।
तभी जल्दी-जल्दी मासूम को घर ले गए और गर्म पानी पिलाया। फिर इसके बाद मासूम होश में आई, लेकिन दर्द से बुरी तरह से बच्ची कराहती रही। उसे तो ये भी नहीं पता था, कि उसके साथ ये क्या हुआ है। ऐसी कौन सी चोट लगी, जो लगातार खून की धारा बहती जा रही थी।
रक्तस्राव लगातार हो रहा था, इससे परेशान परिजन मासूम को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोटवा गए। वहां डॉक्टरों ने देखा और गंभीर हालत बताते हुए मासूम को जिला अस्पताल कुशीनगर रेफर कर दिया। रात में ही जिला अस्पताल कुशीनगर से बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के लिए भेजा गया।
ऐसे में मासूम पीड़िता के पिता के अनुसार, शनिवार को तड़के (सुबह सवा तीन बजे) एंबुलेंस से बीआरडी मेडिकल आ गए। खून से लथपथ बेटी को भर्ती कराने की गुहार लगाई गई, लेकिन मेडिकल कॉलेज अस्पताल के स्टाफ ने पुलिस केस कहकर मामले को टाल दिया।
लेकिन पिता एक वार्ड से दूसरे वार्ड घूमाते रहे, पर भर्ती नहीं किया गया। तभी गुस्साएं परिजनों ने पूरे मामले की जानकारी कुशीनगर के खड्डा से भाजपा विधायक जटाशंकर त्रिपाठी को दी। विधायक सुबह पौने आठ बजे के करीब बीआरडी मेडिकल कॉलेज आ गए। वहीं विधायक ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन से बात की, फिर सुबह नौ बजे मासूम को भर्ती करके इलाज शुरू किया गया।
वहीं मासूम बच्ची के पिता ने बताया कि बेटी पढ़ने में तेज है। उसके मामा के यहां पढ़ने के लिए भेज दिया। वहां पर निजी विद्यालय में दाखिला हुआ है। लेकिन कोरोना की वजह से लॉकडाउन में वह घर आ गई। लेकिन दरिंदों से नहीं बच पाई।
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