जौहर यूनिवर्सिटी को निशाना बनाने वाली विरोधी ताकते शिक्षा के मंदिर को तोड़ना चाहती है - आरिफ हबीब


जौहर ट्रस्ट की लगभग 172 एकड़ जमीन वापस की जाए

शिक्षा के खिलाफ विशेषकर अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों को पहले से निशाना बनाया जाता रहा है।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया हो या अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी इनके अल्पसंख्यक दर्जे को समाप्त करने की साज़िशें होती रहती है,पिछले दिनों ऐसी ही साज़िश का निशाना बनाया गया जौहर ट्रस्ट के माध्यम से संचालित जौहर यूनिवर्सिटी को उक्त बातें राष्ट्रीय सद्भावना मंच के अध्यक्ष व सपा नेता आरिफ हबीब ने कही है।
उन्होंने आगे कहाकि लगभग 172 एकड़ ज़मीन जिसे शासन से अनुमति के बाद ट्रस्ट के अध्यक्ष सांसद आज़म खान ने जनसहयोग से खरीदा था जो उनके नाम थी,जिसे शिक्षा विरोधी ताकतों ने साज़िशों के माध्यम से सरकार को सौंप दी।
आज़म खान को परिवार सहित निशाना बनाया गया,यूनिवर्सिटी को निशाना बनाया गया,और अब यूनिवर्सिटी पर कब्ज़ा करने की साज़िशें तेज़ हो गयी है।
 राष्ट्रीय सद्भावना मंच  व मुस्लिम युथ आर्गेनाईजेशन के अध्यक्ष व सपा नेता आरिफ हबीब ने कहाकि अब तक सरकारें शिक्षा को बढ़ावा देती रही है,लेकिन ये पहली सरकार है जो शिक्षा के मन्दिर को तोड़ने का काम कर रही है और देश के नौजवानों को शिक्षा से वंचित कर गुलामी की जंजीरों में जकड़ना चाहती है।
श्री आरिफ हबीब ने राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री व राज्यपाल महोदय से जौहर ट्रस्ट आज़म खान व जौहर यूनिवर्सिटी के सम्बंध में इंसाफ की मांग की है।
श्री हबीब ने कहाकि सत्य परेशान हो सकता है पराजित नही,सत्य के साथ ईश्वर होता है और ईश्वर से कोई जीत नही सकता।

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