एमएलसी बनते ही अरविंद शर्मा सरकार में होगे डिप्टी सीएम,दिनेश शर्मा हो सकते है उच्च सदन के सभापति



अरविंद शर्मा सरकार में होंगे नम्बर दो की हैसियत में मिलेगी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी तो केशव प्रसाद मौर्य रहेंगे तीसरे स्थान पर ऐसी चर्चा है। साथ ही मंत्रीमंडल में बड़े फेर बदल की है संभावना 


पूर्व आईएएस अधिकारी अरविंद शर्मा को भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के साथ ही विधान परिषद का सदस्य बनाये जाने की घटना को लेकर अब राजनैतिक गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। चर्चा है कि प्रदेश की योगी सरकार में बड़ा फेरबदल होने जा रहा है। भाजपा के विधान परिषद उम्मीदवार अरविंद शर्मा प्रदेश सरकार में उपमुख्यमंत्री का ओहदा संभालेंगे और सरकार में बराबर की हैसियत में रहेंगे। साथ ही योगी सरकार में अहम हैसियत रखने वाले उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा को विधान परिषद में बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी है। उन्हें सभापति बनाकर उच्च सदन में सरकार के विधायी संचालन को आसान बनाया जाएगा। विधान परिषद् के सभापति रमेश यादव का कार्यकाल 30 जनवरी को पूरा हो रहा है।

चुनावी वर्ष में प्रवेश कर रही भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश के सत्ता शीर्ष में बड़े बदलाव का खाका तैयार कर रखा है। नए साल में प्रदेश में सत्ता के चेहरे भी बदले दिखाई देंगे और सरकार के काम-काज का अंदाज भी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद निकट रहकर काम कर चुके पूर्व आईएएस अरविंद कुमार शर्मा को योगी सरकार में अहम जिम्मेदारी दी जाएगी। उनके लंबे प्रशासनिक अनुभव का लाभ उठाकर सरकार के कामकाज को प्रभावी बनाया जाएगा।


खास सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अरविंद शर्मा को उत्तर प्रदेश सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाया जाएगा। इसके अलावा उनके लंबे प्रशासनिक अनुभव को ध्यान में रखकर उन्हें गृहमंत्रालय समेत कई महत्वपूर्ण विभाग सौंपे जाएंगे। जिनसे उनकी सरकार में मौजूदगी का फायदा जमीनी स्तर पर जनता को मिल सके और सरकार की इमेज में अपेक्षित सुधार हो सके।
अरविंद कुमार शर्मा के वरिष्ठ आईएएस होने की वजह से सरकारी मशीनरी को गतिशील करने में सहायता मिलेगी। इसके अलावा प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी को भी काम पर लगाया जा सकेगा। अब तक जो ब्यूरोक्रेट सरकार की योजनाओं में बाधा बन रहे हैं उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।खबर है कि योगी सरकार में तीन उपमुख्यमंत्री का फॉर्मूला लागू करने के लिए पार्टी नेतृत्व तैयार नहीं है। पार्टी का मानना है कि इससे जनता में खराब संदेश जाएगा और सत्ता केंद्र बनने के लिए संघर्ष होगा। ऐसे में अरविंद शर्मा को नंबर दो की हैसियत नहीं मिल पाएगी। इसी के साथ मौर्य समाज का चेहरा बने केशव प्रसाद मौर्य सरकार में तीसरे स्थान पर किये जा सकते है।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खास माने जाने वाले उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के लंबे विधायी अनुभव को देखते हुए उन्हें विधान परिषद में सभापति का दायित्व सौंपने का फैसला किया गया है।विधान परिषद में अभी तक भाजपा को बहुमत हासिल नहीं है। इस बार सभापति के रिटायर होने की वजह से नए सभापति का चुनाव होगा। दिनेश शर्मा की छवि अन्य सदस्यों के बीच अच्छी है और ऐसे में उनका सर्वसम्मति से चुनाव कराना आसान होगा। इसलिए भी उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।

Comments

Popular posts from this blog

सनबीम स्कूल के शिक्षक पर दिन दहाड़े जानलेवा हमला

वार्षिकोत्सव एवं ओपन जिम उद्घाटन समारोह कार्यक्रम हुआ आयोजित

चार पहिया व सभी भारी वाहन मालिक जल्द से जल्द अपना मोबाइल नंबर अपडेट करा ले। एआरटीओ जौनपुर