लखनऊ में अजीत सिंह हत्या कान्ड का गिरफ्तार मुख्य शूटर जाने कहां छिपा था
जनपद मऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख और मुख्तार अंसारी के करीबी अजीत सिंह हत्याकांड के आरोपी इनामी शूटर कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ गिरधारी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सोमवार को धर दबोचा।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरधारी को राजधानी दिल्ली के रोहणी इलाके से 9MM की पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया है। बता दें कि इसके पहले हत्या का आरोपी शूटर गिरधारी ने सरेंडर एप्लीकेशन दी थी। लखनऊ के विभूतिखण्ड में हुई अजीत सिंह की हत्या में गिरधारी नामजद है।
आपको बता दें कि अजीत सिंह एक माफिया और अपराधी था। इसके खिलाफ 17-18 मुकदमें दर्ज थे जिसमें से पांच हत्या के थे। इसको हाल ही में 31 दिसंबर को जिला मजिस्ट्रेट ने जिला बदर किया था। बताया जा रहा है कि उसे पुलिस एनकाउन्टर का भय सता रहा था। वाराणसी से लेकर आजमगढ़ तक कई वारदातों को अंजाम दे चुका गिरधारी विश्वकर्मा उर्फ डॉक्टर लखनऊ के विभूतिखण्ड में हुई अजीत सिंह की हत्या में नामजद है।
राजधानी लखनऊ में हुए इस गैंगवार में घायल मोहर सिंह के तहरीर पर लखनऊ पुलिस ने धु्रव सिंह कुंटू, अखंड प्रताप सिंह और वाराणसी के इनामी शूटर कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ डॉक्टर उर्फ गिरधारी के नाम मुकदमा दर्ज किया है। कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ गिरधारी उर्फ डॉक्टर एक बेहद खतरनाक शूटर है। मऊ जिले का पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह भी बुलेटप्रूफ वाहन से चलता था। इसके बावजूद भी गिरधारी ने ताबडतोड़ फायरिंग कर उसकी हत्या कर दी।
इससे पहले 30 सितंबर 2019 को वाराणसी के सदर तहसील परिसर में बुलेटप्रूफ वाहन में बैठने जा रहे असलाहधारी सारनाथ थाने के हिस्ट्रीशीटर नीतेश सिंह उर्फ बबलू पर अंधाधुंध फायरिंग कर दिनदहाड़े हत्या की गई थी। उसके बाद पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने लगातार गिरधारी उर्फ डॉक्टर की गिरफ्तारी के लिए बिहार तक छापेमारी की लेकिन गिरधारी को पुलिस नहीं पकड़ सकी। पूर्वांचल के एक बाहुबली पूर्व सांसद की सरपरस्ती में सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के लिए कुख्यात चोलापुर थाने के हिस्ट्रीशीटर गिरधारी का नाम वाराणसी में पहली बार वर्ष 2001 में जैतपुरा क्षेत्र में लूट के मामले में सामने आया था।
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