अब भगवान भी ठंड की चपेट में तभी तो यहाँ उनी वस्त्र पहनाये जा रहे हैं


पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर अब मैदानी इलाकों में भी देखने को मिल रहा है. इतना ही नहीं इस शीतलहर का असर भगवान की मूर्तियों पर पड़ने लगा है।  यही कारण है कि धर्म और आस्था की नगरी काशी में जहां लोग ठंड से खुद का बचाव कर रहे हैं. वहीं यहां के प्रमुख मंदिरों में भगवान को भी गर्म कपड़े पहनाए जा रहे हैं । काशी के सुप्रसिद्ध मंदिर बड़ा गणेश में भगवान को शॉल और रजाई से ठंड से बचाव किया जा रहा है. सिर्फ बड़ा गणेश ही नहीं काशी के लगभग सभी मंदिरों में ठंड के मौसम में भगवान को स्वेटर और टोपी के साथ ऊनी वस्त्र पहनाये जाते है, ताकि भगवान को ठंड न लगे और भगवान लोगों की भी ठंड से रक्षा करें.

काशी में वास करने वाले लोगों को खुद के साथ-साथ भगवान की भी चिंता करते हैं, यही कारण है कि भगवान को भी गर्म कपड़े पहनाए जाते हैं. फिलहाल काशी में कोहरे और खराब मौसम के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है.


लोगों का कहना है कि इस बार इस प्रकार की ठंड समय से पहले ही आ गई है जिसके कारण बड़ा गणेश मंदिर में गणेश जी के साथ उनकी दोनों पत्नियां रिद्धि और सिद्धि देवी को भी ऊनी कपड़े पहनाये गए है.

मंदिर के मुख्य पुजारी प्रदीप कुमार त्रिपाठी का मानना है कि काशी में स्थित बड़ा गणेश 54 विनायकों में सबसे बड़े है और काशी की रक्षा करते है. सिद्ध पीठ होने के कारण इस मंदिर में मात्र दर्शन करने से ही सारी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है. प्रतिदिन यहाँ पर हजारों कि संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने नहीं आते हैं।

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