विपणन गुणवत्ता से ही होता है प्रतिस्पर्धात्मक लाभ : प्रो. वेंकटेश
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंधन विभाग द्वारा सोमवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया l 'विकासवादी दृष्टिकोण से ग्राहक मूल्य का नवाचार एवं विपणन का विकास' विषयक कार्यशाला के मुख्य वक्ता गुडगाँव के ग्रेट लेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के पीजीपीएम कार्यक्रम के निदेशक एवं आईटीएम विश्वविद्यालय, ग्वालियर के पूर्व कुलपति प्रो. उमाशंकर वेंकटेश ने कहा की विपणन व्यवसाय का ऐसा विषय है जो कंपनी को लाभ देने के अलावा लोगों के समस्या का निवारण भी करता है। कंपनियों की प्रतिस्पर्धात्मक लाभ का स्रोत कंपनियों के बाहर भी होती है, मगर जरूरी नहीं कि पारंपरिक संसाधन ही प्रतिस्पर्धात्मक का स्रोत रहे। उन्होंने नवाचार और मूल्य में परिवर्तन श्रृंखला की भूमिका के बारे में कार्यशाला में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने विपणन गुणवत्ता सुधारने के नए-नए तरीके बताएं जिससे कंपनियों को प्रतिस्पर्धात्मक लाभ दिलाने में सफलता मिले सके।
कार्यक्रम की संरक्षिका एवं पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा में सुधार एवं गुणात्मकता के लिए प्रतिबद्ध है और ऐसी कार्यशालाएं व संगोष्ठियां इसी दिशा में प्रयास है l उन्होंने आशा जताई कि ऐसे प्रशिक्षणों से व्यवसाय प्रबंधन के विद्यार्थी इस आज की प्रतियोगिता युग में कॉर्पोरेट जगत में सकारात्मक मैनेजर की भूमिका निभाने में सक्षम रहेंगे ।अथितियों का स्वागत करते हुए प्रबंधन संकाय अध्यक्ष प्रो.अविनाश डी. पाथर्डीकर ने कार्यक्रम को प्रतिभागियों के जीवन कौशल में समृद्धि का स्रोत बताया।
कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कार्यशाला के संयोजक एवं व्यवसाय प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मुराद अली ने कहा कि विभाग द्वारा समय समय आयोजित वर्कशॉप और सेमिनार से विद्यार्थियों को नवीनतम व्यवसाय अवधारणाओं से परिचित कराया जाता है। विपणन के विकास में कई आयाम होते है और इसकी निरंतर प्रगतियों को विद्यार्थी अपने प्रबंध व्यवसाय जीवन में समावेश करें ।
मुख्य वक्ता का अभिनंदन डॉ. सुशील व परमेन्दर विक्रय सिंह ने किया l कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर मुराद अली एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर रसिकेश ने किया|
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