आज तय होगा किसानों के आन्दोलन की रूपरेखा जाने कैसे आगे बढ़ेगा प्रदर्शन
केंद्र सरकार द्वारा लाये गए कृषि विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को दिल्ली में प्रवेश की इजाजत मिल गई है। लेकिन अभी भी सिंघु बॉर्डर पर डटे हैं। आंदोलन कर रहे किसानों में गुटबाजी हो रही है। कुछ किसान संगठन बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड में जाने से इनकार कर रहे हैं, तो कुछ जाने के लिए कह रहे हैं। किसानों का आंदोलन सिंघु बॉर्डर पर जारी रहेगा या वे बुराड़ी जाएंगे, इसका फैसला मीटिंग में होगा। किसान संगठनों की मीटिंग अभी जारी है।
दरअसल, शनिवार यानी आज सुबह की बैठक में तय होगा कि आंदोलन को कैसे आगे बढ़ाना है। किसान यूनियन के पंजाब के अध्यक्ष जगजीत सिंह का कहना है सरकार जब तक हमारी मांगें नहीं मानती, काले कानून वापस नहीं लेती, एमएसपी को लेकर चीजें साफ नहीं करती तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। वहीं किसानों का एक गुट इस बात पर अड़ गया है कि सरकार का कोई नुमाइंदा उनसे बॉर्डर पर आकर बात करें।
आगे जगजीत सिंह ने कहा कि अगर सरकार हमसे बात करना चाहती है तो हम सरकार से बात करने को तैयार हैं, लेकिन जो डेथ वारंट किसान का लिखा गया है उसको वापस करना पड़ेगा। रही बात आंदोलन की तो वो सुबह 8 बजे की बैठक में तय होगा कि आगे की रूपरेखा क्या रहेगी। जगजीत सिंह ने कहा कि आंदोलन तो जरूर होगा, लेकिन वह बुराड़ी के मैदान में होगा या सिंघु बॉर्डर पर, यह फैसला बैठक के बाद किया जाएगा।
बता दें कि इससे पहले पंजाब से दिल्ली कूच कर रहे किसानों को दिल्ली में प्रदर्शन की इजाजत दे दी गई थी। इन किसानों को दिल्ली के बुराड़ी स्थिति निरंकारी ग्राउंड में प्रदर्शन करने की इजाजत दी गई। हालांकि, किसान इस दौरान दिल्ली के किसी ओर इलाके में नहीं जा सकेंगे। साथ ही इस दौरान पुलिस किसानों के साथ ही रहेगी।
वहीं दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को प्रदर्शन कर रहे किसानों का स्वागत ‘अतिथि’ के तौर पर करते हुए उनके खाने, पीने और आश्रय का बंदोबस्त किया है। राजधानी के विभिन्न प्रवेश बिंदुओं से हजारों किसानों को प्रवेश करने और उत्तरी दिल्ली के मैदान में कृषि कानूनों के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन की अनुमति दी गई है।
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