कोरोना काल में पेरोल पर रिहा 24 बन्दी कहां छिपे हैं,अभी जेल वापसी क्यों नहीं
जौनपुर। कोरोना संक्रमण काल में संक्रमण से बचाव के चलते जेल से पेरोल पर रिहा किये गये 40 बन्दीयों में से अभी 24 बन्दी पेरोल का समय पूरा हो जाने के बाद भी जेल में वापसी नहीं किया है। अब ऐसे सभी बन्दीयो के खिलाफ जेल प्रशासन विधिक कार्यवाही करने जा रहा है। सभी बन्दी बजरिये पुलिस गिरफ्तार करके फिर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचायें जायेंगे। साथ ही साथ ही कानून के उल्लंघन का एक नया मुकदमा झेलना पड़ेगा।
यहाँ बतादे कि कोरोना संक्रमण काल के दौरान जेल खचाखच भरी हुई थी संक्रमण तेजी से पांव पसार रहा था चौतरफा हाहाकार मचा हुआ था ऐसे में जेल प्रशासन के समक्ष कैदियों, बन्दीयों को सुरक्षित रखने की गम्भीर समस्या थी। शासन के निर्णय के तहत कोरोना संक्रमण से बचने के लिए बन्दीयों को पेरोल पर कुछ समय के लिये रिहा करने का निर्णय लिया गया। शासन के इस निर्णय के तहत जौनपुर की जेल से 40बन्दी दो बार में पेरोल पर रिहा किये गये। सभी को आदेश था कि 14 नवम्बर तक पुनः जेल में अपनी आमद करा ले।
इस आदेश के तहत 15 बन्दी तो पेरोल की तिथि खत्म होने पर जेल वापसी कर लिए और एक बन्दी पेरोल की तिथि से पहले ही चोरी के एक मामले में गिरफ्तार कर जेल पहुंचा दिया गया। इनमें से 6 बन्दी हाई कोर्ट के आदेश से जेल से रिहा हो गये है। अब 24 बन्दी ऐसे है जो आदेश को ठेंगा दिखाते हुए जेल में वापसी नहीं किया है। सभी को 14नवम्बर तक जेल में वापसी कर देना था।
इस संदर्भ में जेल अधीक्षक जौनपुर कारागार एस के पाण्डेय से बात करने पर उन्होंने बताया कि पेरोल खत्म होने पर जेल में वापसी न करने वाले बन्दीयों ने कानून का उल्लंघन किया है। अब सभी के खिलाफ विधिक कार्यवाही करने एवं गिरफ्तार कर जेल भेजने के लिए पुलिस अधीक्षक जौनपुर को पत्र दिया जा रहा है। ऐसे सभी बन्दीयों से जेल प्रशासन कड़ाई से निपटने का काम शुरू कर दिया है। अब यहां पर यह भी सवाल है कि क्या पुलिस तत्काल गिरफ्तारी कर न्यायिक अभिरक्षा के बन्दीयों को जेल पहुंचा सकेंगी।
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