अपराधिक घटनाओं के जरिए जरायम की दुनियां में कदम बढ़ा दिया था तारिक
जौनपुर। शाहगंज कोतवाली क्षेत्र स्थित भरौली हत्या काण्ड के बाद चर्चा मे आया हत्यारा तारिक विगत आठ वर्षों पूर्व अपराध की दुनियां में कदम रख दिया था। हत्या जैसी घटना को अंजाम देना उसके लिए कोई बड़ी बात नहीं थी। साथ ही अपने गांव में अपने वर्चस्व को भी कायम रखना चाहता था संयोग से रास्ते का विवाद में दिन दहाड़े अपने ही पट्टीदारकी हत्या कर जिले की कानून व्यवस्था को चुनौती दे डाला है।
यहाँ बतादे कि तारिक विगत आठ साल पहले शाहगंज थाना क्षेत्र के ही ग्राम रफीपुर में जिला पंचायत सदस्य रेखा देवी के पति राम स्वारथ राजभर एवं उसके साथी हरीराम को गोलियों से भून कर मौत के घाट उतार दिया था। इस अपराध में जेल की सलाखों के पीछे से कुछ ही समय पहले बाहर आया था। कानून के डर से बेखौफ तारिक़ ने फिर 19 सितम्बर 20 को हत्या जैसी घटना को अंजाम देते हुए ओसामा नामक युवक की हत्या कर दिया साथ ही ओसामा के पिता को गोली मार कर जख्मी कर दिया जो अस्पताल में जीवन मौत के बीच संघर्ष कर रहा है । लगातार मारपीट तारिक़ का मकसद बन गया था ऐसा इलाके के लोगों का कहना है।
खबर यह भी है कि अपराधी तारिक़ का संरक्षण दाता भरौली गांव का ग्राम प्रधान बताया जा रहा है । भरौली की घटना को अंजाम देने के बाद तारिक फरार है पुलिस तलाश में जुटी हुई हैं घटना के 24 घन्टे बाद तक हत्यारा पुलिस पकड़ से दूर रहा है। लेकिन पुलिस संरक्षण दाता से हत्यारे के ठिकानों का पता लगाने में लगी है । जो भी यहाँ भी पुलिस की लापरवाही नजर आयी है क्योंकि पुलिस को पता था कि तारिक जरायम की दुनियां की ओर अग्रसर है तो उस पर नकेल कसने के बजाय पुलिस कान में तेल डाले बैठी रही। यदि शख्ती पहले कर दिया होता तो भरौली हत्या काण्ड से बचा जा सकता था।
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