सार्ट सर्किट से मां बेटा जिन्दा जल मरे, एक अस्पताल में जीवन मौत से कर रहा है संघर्ष



जौनपुर। मुहावरा है काल असमय किसी को अपने ग्रास में नहीं ले सकता है इस घटना मे स्पष्ट रूप से नजर आया है सार्ट सर्किट से लगी आग की चपेट में आने से जहां मां बेटा झुलस कर दम तोड़ दिये वही पर एक बालक जिन्दा बचा है जिसका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। जी हां थाना मड़ियाहूं क्षेत्र स्थित ग्राम सोइथा हरिजन बस्ती में सार्ट सर्किट से लगी आग की चपेट में आने से मां बेटा जिन्दा जलकर काल के गाल में समा गये है। जबकि एक बालक जिला अस्पताल में जीवन मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। 
बताया जाता है कि ग्राम वासी दलित कोटेदार मनोज की पत्नी सविता अपने दो बच्चों दिगविजय एक वर्ष, दिव्यांश तीन वर्ष के साथ सो रही थी घर मे बिजली के सार्ट सर्किट से आग लग गयी। आग तत्काल इतना भयानक रूप ले लिया कि तीनों मां बेटे आग के लपटों की चपेट में आ गये। जब तक ग्रामीण जन पहुंच कर आग पर काबू पाते तब तक आग ने मां सविता के साथ उसके तीन वर्षीय पुत्र दिव्यांश मौत के गाल में भेज दिया। 
एक वर्षीय दिग्विजय गम्भीर रूप जल गया है ग्रामीण आग बुझाने के साथ बुरी तरह से जले बच्चे को जिला अस्पताल उपचार हेतु भेजा है। जहां वह जीवन मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा आदि की विधिक कार्यवाही कर शवों को पीएम हेतु भेज दिया है। इस घटना ने परिवार में कोहराम मचा दिया है। 

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